बिहार में चल रहे वोटर लिस्ट रिवीजन (Special Intensive Revision - SIR) को लेकर बड़ा बवाल मचा हुआ है। देश भर के विपक्षी नेता इसका विरोध कर रहे हैं। आज भी संसद परिसर में इंडी गठबंधन के तमाम नेताओं हाथ में बैनर लेकर मोदी सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया।
इस बीच, राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि बिहार में मतदाता सूची पुनरीक्षण कार्य पर संसद में चर्चा की मांग को लेकर सभी विपक्षी पार्टियां एकजुट हैं, क्योंकि यह सभी भारतीयों के मताधिकार की रक्षा के लिए महत्वपूर्ण है, लेकिन सरकार इसके लिए तैयार नहीं है।
उधर, कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने कहा कि हम चाहते हैं कि प्रधानमंत्री आएं और हमें जवाब दें।।। लोकतंत्र की हत्या की जा रही है और प्रधानमंत्री को इस पर चर्चा करनी चाहिए कि इसे कैसे बचाया जाए।।। लोकतंत्र के मंदिर के अलावा हम इस मुद्दे पर कहां चर्चा करेंगे?
वहीं, कांग्रेस सांसद सप्तगिरि उलाका ने कहा कि सरकार संसद चलाने में रुचि नहीं रखती है। हम SIR पर चर्चा की मांग कर रहे हैं। हम पहले ही कह चुके हैं कि हमें डर है कि चुनाव हमारे हाथ से निकल गया है। SIR प्रक्रिया 6 महीने के भीतर पूरी करना व्यावहारिक रूप से संभव नहीं है, पहले ही 65 लाख लोग मताधिकार से वंचित हैं।
उन्होंने कहा कि अगर ऐसा ही चलता रहा तो यह संख्या 1।3 करोड़ तक पहुंच जाएगी। अगर हम चुने जाने के बाद मुद्दों पर चर्चा नहीं कर सकते तो संसद का क्या फायदा। प्रधानमंत्री को आज प्रश्नकाल के दौरान जवाब देना था, लेकिन वे सदन में मौजूद नहीं थे। यह सरकार इतनी कमज़ोर है कि किसी भी विषय पर चर्चा करने को तैयार नहीं है।
वहीं, बिहार एसआईआर को लेकर पूर्णिया सांसद पप्पू यादव ने भी सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि हम सिर्फ एसआईआर के मुद्दे पर चर्चा ही नहीं करेंगे, बल्कि चोरी को भी सामने लाएंगे। जो मर गए, वो वोटर लिस्ट में हैं, जो जिंदा हैं, वो वोटर लिस्ट में नहीं हैं। आप क्या चाहते हैं?
उन्होंने कहा कि अगर लोकतंत्र को, संविधान को खत्म करना है, तो संसद की गरिमा कहां है? अगर आपको किसी भी तरह पिछले दरवाजे से बीजेपी को सत्ता में लाना है, तो बिहार में अगर गरीबों पर हमला होगा, तो हम ये नहीं होने देंगे, ये साफ है, चाहे उसका परिणाम कितना भी भयावह क्यों न हो।
वहीं, कांग्रेस सांसद परिणीति शिंदे ने कहा कि हम कई दिन से SIR के मुद्दे पर चर्चा की मांग कर रहे हैं, लेकिन BJP हर दिन लोकतंत्र की हत्या कर रही है।
वोटर लिस्ट से जुड़ा इतना बड़ा घोटाला होने के बावजूद, सरकार एक साधारण चर्चा भी करने को तैयार नहीं हैं। लोकतंत्र पर इससे बड़ा हमला और क्या हो सकता है?
राज्यसभा में विपक्ष के उपनेता प्रमोद तिवारी ने कहा कि सदन में जो कुछ हो रहा है, हम उसके खिलाफ अपनी आवाज़ इसलिए उठा रहे हैं, क्योंकि संसद के अंदर लोकतंत्र की हत्या हो रही है।
कल जिस तरह CISF के जवान राज्यसभा में आए और महिला सांसद रेणुका चौधरी व अन्य सदस्यों के साथ बदसलूकी की, वह गंभीर मामला है। हमारा यही कहना है कि इस गंभीर मुद्दे पर सभी को जागना होगा।
Published on:
06 Aug 2025 02:45 pm