दिल्ली की मुख्यमंत्री को जेड श्रेणी सुरक्षा मिली है, इसमें 22–25 जवान, 4–6 एनएसजी कमांडो, पीएसओ, सर्विलांस स्टाफ, आर्म्ड गार्ड और एस्कॉर्ट गाड़ियां शामिल हैं। यह देश की तीसरी सबसे कड़ी सुरक्षा मानी जाती है। मासिक खर्च 15–20 लाख रुपए है। देश में फिलहाल करीब 40 वीवीआइपी को जेड प्लस सुरक्षा मिली है, जिनमें गृह मंत्री अमित शाह, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत शामिल हैं। विदेश मंत्री एस. जयशंकर को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद जेड सुरक्षा दी गई। दिल्ली की पूर्व सीएम शीला दीक्षित, आतिशी और अरविंद केजरीवाल को भी जेड/जेड प्लस श्रेणी सुरक्षा मिली थी।
वीआइपी सुरक्षा श्रेणियां एक्स, वाइ, जेड और जेड प्लस 1990 के दशक में शुरू हुईं। इसकी पृष्ठभूमि 1984 में इंदिरा गांधी की हत्या और पंजाब-कश्मीर में आतंकवाद बढ़ने से जुड़ी है। खतरों को देखते हुए केंद्र ने मानक सुरक्षा सिस्टम लागू कर इन्हें परिभाषित किया।
Updated on:
22 Aug 2025 05:21 pm
Published on:
21 Aug 2025 08:40 pm