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सैंकड़ों की भीड़ के बीच पढ़ा गया मौत का फतवा, सामने आया तीन फिलिस्तीनियों को सरेआम मारने का डरावना वीडियो

हमास द्वारा तीन फ़िलिस्तीनियों को सार्वजनिक रूप से गोली मारने का वीडियो सामने आया है। इस वीडियो में तीनों फ़िलिस्तीनी घुटनों के बल बैठे नजर आ रहे और उसके पीछे बंदूकधारी खड़े है।

भारत

Himadri Joshi

Sep 23, 2025

Public execution of three Palestinians by Hamas
हमास ने तीन फ़िलिस्तीनियों को सार्वजनिक रूप से गोली मारी (फोटो - एक्स पोस्ट)

इजरायली हमलों के बीच हमास ने हाल ही में तीन फिलिस्तीनियों को सैंकड़ों की भीड़ के सामने मौत के घाट उतार था। रविवार को हुई इस घटना में मारे गए तीनों लोगों पर हमास के अधिकारियों ने इजरायल का सहयोग करने का आरोप लगाया था। इसी की सजा के तौर पर तीनों लोगों को सरेआम गोली मारी दी गई थी। अब इस भयानक घटना का वीडियो सामने आया है जिसमें तीनों फिलिस्तीनियों की नृशंस हत्या के भयानक दृश्य दिखाए गए है। वीडियो में तीनों बंधक आंखों पर पट्टी बांध जमीन पर बैठे दिख रहे है और उनके पीछे हमास के आतंकी बंदूक लिए खड़े है।

अरबी में घोषणा एक के बाद एक गोली चलाई

वीडियो में आस पास मौजूद भीड़ जोर जोर से नारे लगाती दिख रही है। इसके अलावा तीनों फिलिस्तीनियों के पास खड़ा एक व्यक्ति जोर जोर से ऊंची आवाज में अरबी में कागज पर लिखा कोई फरमान पढ़ता दिखाई दे रहा है। मीडिया के अनुसार, इस व्यक्ति ने अरबी में घोषणा करते हुए यह कहा कि इजरायल के इन सभी सहयोगियों के लिए मौत की सजा मुकर्रर की गई है। इस घोषणा के बाद तीनों फिलिस्तीनियों के पीछे खड़े बंदूकधारी उन्हें एक के बाद एक कई गोलियां मारते है और भीड़ खुशी से जयकारे लगाने लगती है।

हमास से जुड़े एक टेलीग्राम ग्रुप पर आया वीडियो

रॉयटर्स (Reuters) की एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि यह वीडियो गाजा शहर का है। इस वीडियो में दिख रही इमारतें, सड़क का ढांचा और साइनबोर्ड, गाजा की पुरानी तस्वीरों और सैटेलाइट इमेज से मेल खाते हैं। वीडियो के अनुसार, गाजा के शिफा अस्पताल के बाहर यह हत्याएं की गई है, जो कि इजरायली हमलों का केंद्र रहा है। न्यूयॉर्क पोस्ट के मुताबिक, यह वीडियो मूल रूप से हमास से जुड़े एक टेलीग्राम ग्रुप पर पोस्ट की गई थी।

हमास ने तीनों मृतकों के शवों पर लिखा संदेश

हमास के गृह मंत्रालय के अनुसार तीनों मृतक फिलिस्तीनी एक देशद्रोही अपराधी समूह का हिस्सा थे। इन तीनों की हत्या के बाद हमास ने उनके शवों पर एक संदेश (नोट) लगा कर छोड़ दिया था। इस नोट में लिखा था कि, तुम्हारा धोखा तुम्हें बिना सजा के नहीं बख्श सकता है। कड़ी सजा का इंतजार था और वह पूरा हुआ। मारे गए लोगों में यासर अबू शबाब भी शामिल था, जो कि इजरायल का प्रमुख सहयोगी माना जाता था। वह एक हमास विरोधी सशस्त्र कबीले का नियंत्रण करता था, जो कि मूल रूप से इज़राइल द्वारा नियंत्रित गाजा के राफा में सक्रिय था।