
मौसम चेतावनी।
Heavy Rain Warning: मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे के दौरान दिल्ली और एनसीआर के अलग-अलग हिस्सों में आमतौर पर बादल छाए रहने और कुछ स्थानों पर हल्की बारिश या बूंदाबांदी होने की संभावना जताई है। मौसम विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार, फिलहाल चक्रवात 'मोंथा' अब धीरे-धीरे कमजोर होकर एक 'कम दबाव का क्षेत्र' बन गया है। इस वेदर सिस्टम के प्रभाव के कारण, पश्चिम बंगाल के कुछ जिलों, पूर्वी मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश देखी जा सकती है। मौसम विभाग के अनुसार, अगले 24 घंटों के दौरान दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) के कुछ हिस्सों में हल्के बादल छाए रहेंगे और हल्की बारिश या बूंदाबांदी हो सकती है।
दिल्ली-एनसीआर के लिए जारी मौसम विभाग के ताजा पूर्वानुमान में 31 अक्टूबर की सुबह आसमान में आंशिक रूप से बादल छाए रहने की संभावना जताई गई है, लेकिन इस दिन बारिश का कोई अनुमान नहीं है। इसके बाद 1 से 3 नवंबर के दौरान दिल्ली-एनसीआर के विभिन्न हिस्सों में सुबह के वक्त धुंध छाने का अनुमान है। इसी बीच एक नया पश्चिमी विक्षोभ 3 नवंबर से पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र को प्रभावित कर सकता है, जिसके कारण 4 नवंबर को दिल्ली-एनसीआर में बादल छाए रहने की संभावना है, लेकिन इस दिन भी बारिश या बूंदाबांदी नहीं होगी। मौसम विभाग ने 5 नवंबर को भी दिल्ली-एनसीआर में धुंध छाए रहने का अनुमान जारी किया है।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने 31 अक्टूबर से 3 नवंबर के बीच देश के विभिन्न हिस्सों में बारिश की गतिविधियों में वृद्धि का पूर्वानुमान जारी किया है। आगामी दो दिनों में पूर्वी भारत के राज्यों बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल (गंगा तटीय क्षेत्र और उप-हिमालय) और पूर्वी उत्तर प्रदेश में मौसम विशेष रूप से सक्रिय रहेगा, जहां 31 अक्टूबर और 1 नवंबर तक हल्की से मध्यम और कुछ स्थानों पर भारी बारिश होने की आशंका है। इसके अलावा, छत्तीसगढ़ और पूर्वी मध्य प्रदेश में भी इस दौरान हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की जा सकती है।
बात अगर पूर्वोत्तर के राज्यों की करें तो अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय में भी अलग-अलग स्थानों पर हल्की, मध्यम से भारी बारिश की संभावना है, जबकि नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में 1 नवंबर को भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है। इसके अलावा पश्चिमी और दक्षिणी राज्यों में भी मौसम का मिजाज बदलता हुआ दिखेगा। गुजरात (सौराष्ट्र और कच्छ क्षेत्र) में 31 अक्टूबर तक भारी से बहुत भारी बारिश होने की चेतावनी जारी की गई है। यह बारिश 1 नवंबर तक जारी रह सकती हैं। वहीं, महाराष्ट्र के कोंकण और गोवा क्षेत्र में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना बनी हुई है।
बात अगर देश के दक्षिणी भाग की करें तो 2 और 3 नवंबर को तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, रायलसीमा में भी गरज-चमक के साथ बिजली गिरने और हल्की बारिश होने का पूर्वानुमान है। मौसम विभाग ने भारी बारिश वाले क्षेत्रों में जलभराव और स्थानीय बाढ़ की संभावना को देखते हुए नागरिकों से सतर्क रहने की अपील की है। इसके अलावा उत्तर-पश्चिम भारत में मौसम में अंतर देखने को मिलेगा। पूर्वी राजस्थान में आगामी 4-5 दिनों तक बादल छाए रहने और रुक-रुककर हल्की बारिश की गतिविधियां जारी रहने की संभावना है, जबकि पश्चिमी राजस्थान में 31 अक्टूबर से अगले 3-4 दिनों तक मौसम मुख्य रूप से शुष्क रहने का अनुमान है।
महाराष्ट्र, गुजरात और गोवा सहित पश्चिमी भारत में दिन के समय तापमान सामान्य से थोड़ा अधिक रह सकता है, जबकि रातें हल्की ठंडी रहेंगी। जिन क्षेत्रों में बारिश का अनुमान है, वहां लोगों को जलजमाव और यातायात में देरी के लिए तैयार रहना चाहिए। उत्तरी राज्यों में सुबह की धुंध के कारण विजिबिलिटी (दृश्यता) कम हो सकती है। इसलिए वाहन चलाते समय सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है। कुल मिलाकर देश का मौसम अक्टूबर के अंतिम और नवंबर के शुरुआती दिनों में सर्दियों की ओर संक्रमण की स्थिति में रहेगा।
Updated on:
30 Oct 2025 06:15 pm
Published on:
30 Oct 2025 04:41 pm
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