नई दिल्ली. भारत को अमरीका से अगले हफ्ते हाईटेक अपाचे अटैक हेलिकॉप्टरों (एएच-64ई) की नई खेप मिलने वाली है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक खेप 21 जुलाई तक भारत पहुंच सकती है। ये हेलिकॉप्टर राजस्थान की पाकिस्तान से सटी सीमा पर तैनात किए जाएंगे। इनसे पश्चिमी सीमा पर सेना की रणनीतिक और हमलावर क्षमता कई गुना बढ़ जाएगी।सेना ने इन हेलिकॉप्टरों के लिए अलग से बेड़ा पहले ही तैयार कर लिया था। राजस्थान के जोधपुर में 15 महीने पहले इसकी शुरुआत हो चुकी है। अपाचे एएच-64ई को दुनिया के सबसे ताकतवर हेलिकॉप्टर में गिना जाता है। ये रात के अंधेरे में भी टारगेट को खोजने और मार करने में सक्षम हैं। इनकी खेप ऐसे समय मिलने जा रही है, जब ऑपरेशन सिंदूर के बाद सीमा पर चौकसी बढ़ा दी गई है। भारतीय सेना को अमरीका से छह अपाचे हेलिकॉप्टर मिलने हैं। सूत्रों के मुताबिक पहले तीन हेलिकॉप्टरों की डिलीवरी के बाद बाकी तीन इसी साल के अंत तक आ जाएंगे। अपाचे की पहली खेप जून 2024 में आने वाली थी, लेकिन कुछ दिक्कतों के कारण यह शेड्यूल टल गया। पहली खेप गाजियाबाद के हिंडन एयरफोर्स स्टेशन पर पहुंचेगी। यह हेलिकॉप्टर करीब 365 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से उड़ान भर सकता है। इसकी रेंज करीब 480 किलोमीटर है। इसमें हेलमेट-माउंटेड डिस्प्ले, डिजिटल कम्युनिकेशन और बैटल मैनेजमेंट सिस्टम लगा है, जो इसे नेटवर्क-सेंट्रिक वॉरफेयर में बेहद सक्षम बनाता है।
रात के अंधेरे में भी दुश्मन की शामत
अपाचे एएच-64ई को ‘हवाई टैंक’ भी कहा जाता है। यह हेलिकॉप्टर 30 एमएम की चेन गन, एजीएम-114 हेलफायर मिसाइल, रॉकेट्स और अन्य हथियारों से लैस है। अत्याधुनिक फ्लाइंग टेक्नोलॉजी और स्टील्थ डिजाइन के कारण यह दुश्मन के रडार की पकड़ में नहीं आता। यह ड्रोन और मानव रहित विमान को भी कमांड दे सकता है। हर मौसम में उड़ान भर सकता है। इसमें इन्फ्रारेड नाइट विजन सिस्टम और सेंसर लगे हैं, जो रात को भी दुश्मन को देख सकते हैं।
Published on:
17 Jul 2025 01:05 am