कड़ाके की ठंड पर मौसम विभाग की भविष्यवाणी।
Cold Wave Prediction: दिल्ली-एनसीआर समेत पूरे उत्तर भारत में पिछले दो दिनों से जारी बारिश ने गर्मी से लोगों को राहत दिलाई है। इस आंधी-तूफान और बारिश से जहां मौसम सुहाना हो गया, वहीं अधिकतम तापमान में भी जबरदस्त गिरावट दर्ज की गई है। बात अगर राष्ट्रीय राजधानी की करें तो दिल्ली में मंगलवार को अधिकतम तापमान सामान्य से 6 से 9 डिग्री सेल्सियस तक नीचे चला गया। इसके चलते मौसम में आई ठंडक के साथ हवा की गुणवत्ता में भी उल्लेखनीय सुधार दर्ज किया गया। मौसम विभाग के अनुसार, बुधवार को भी आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे, जिसके बाद पूरे हफ्ते मौसम साफ रहने का अनुमान है। मौसम विभाग का ये भी कहना है कि इस बार मानसून की तरह ठंड भी जल्दी ही अपने पांव पसार सकती है। ऐसे में लोगों को अभी से भीषण ठंड और शीतलहर का सामना करने के लिए तैयार रहना चाहिए।
मौसम विभाग ने बताया कि मंगलवार को दिल्ली का न्यूनतम तापमान 18 से 21 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा, जो सामान्य से 1 से 4 डिग्री कम है। वहीं, अधिकतम तापमान 25 से 27 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया, जो सामान्य से करीब 6 से 9 डिग्री कम रहा। पिछले 24 घंटों में पश्चिमी हवाएं औसतन 18 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलीं। इन हवाओं और लगातार हो रही बारिश ने शहर के तापमान को तेजी से नीचे ला दिया।
वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक डॉ. अतुल कुमार सिंह ने बताया कि मौजूदा पश्चिमी विक्षोभ इस सीजन का पहला बड़ा सिस्टम है, जो उत्तर भारत के मौसम को पूरी तरह बदल रहा है। दूसरी ओर, अरब सागर में सक्रिय चक्रवाती तूफान 'शक्ति' धीरे-धीरे कमजोर होकर अवदाब में तब्दील हो रहा है। मौसम की इन्ही प्रणालियों को देखते हुए कहा जा सकता है कि इस बार ठंड अपने समय से पहले दस्तक दे सकती है। इसके साथ इस बार उत्तर भारत में सर्दी का असर पिछले सालों की तुलना में ज्यादा दिखाई देगा।
मंगलवार दोपहर के बाद दिल्ली और एनसीआर के कई इलाकों में गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश हुई। इस दौरान 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलीं। आया नगर, लोदी रोड, पालम और सफदरजंग में 11 से 32 मिलीमीटर तक बारिश दर्ज की गई। गाजियाबाद और गुरुग्राम में भी मॉड्रेट स्तर की बारिश हुई। दिन ढलते-ढलते हवा में ठंडक बढ़ गई और लोगों ने पहली बार हल्की सर्दी का अहसास किया।
तेज बारिश और पानी भरने के कारण मंगलवार शाम दिल्ली के कई इलाकों में ट्रैफिक व्यवस्था चरमरा गई। महिपालपुर, एनएच-44, एयरोसिटी, धौला कुआं और आईजीआई एयरपोर्ट की ओर जाने वाले रास्तों पर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। सेंट्रल, नॉर्थ और साउथ दिल्ली के इलाकों में भी यातायात धीमा पड़ा। ट्रैफिक कंट्रोल रूम के मुताबिक, मंगलवार शाम तक जाम और जलभराव की 40 से अधिक कॉल्स मिलीं।
जबकि 30 से ज्यादा लोगों ने सोशल मीडिया पर मदद मांगी। पुलिस कर्मी विभिन्न जगहों पर यातायात सुचारू करने में जुटे रहे। आईटीओ, करोल बाग, पटेल नगर, नारायणा, वजीराबाद और जीटी करनाल रोड जैसे इलाकों में वाहनों की रफ्तार काफी धीमी रही। बारिश ने भले ही दिल्लीवालों को गर्मी से राहत दी हो, लेकिन जलभराव और जाम की समस्या ने लोगों की मुश्किलें भी बढ़ा दीं। फिर भी, प्रदूषण से जूझ रही दिल्ली के लिए यह बारिश एक राहत भरा तोहफा साबित हुई है।
मौसम विभाग का अनुमान है कि बुधवार को आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे, लेकिन उसके बाद से 13 अक्टूबर तक आसमान साफ रहेगा। सप्ताहांत तक दिन का अधिकतम तापमान 31 से 33 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान करीब 20 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है।
लगातार दो दिनों की बारिश ने दिल्ली-एनसीआर की हवा को साफ कर दिया है। मंगलवार को दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 79 दर्ज किया गया, जो ‘संतोषजनक’ श्रेणी में आता है। ग्रेटर नोएडा में AQI 56, नोएडा में 78, गुरुग्राम में 56 और गाजियाबाद में 77 दर्ज किया गया। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि बारिश से प्रदूषणकारी कण नीचे बैठ गए हैं, जिससे वायु गुणवत्ता में सुधार हुआ है।
दिल्ली में पहली बार प्रस्तावित कृत्रिम वर्षा (क्लाउड सीडिंग) का ट्रायल खराब मौसम के कारण फिलहाल टाल दिया गया है। यह ट्रायल इसी सप्ताह होना था, जिसके लिए तैयार एयरक्राफ्ट मेरठ में खड़ा है। पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने आईआईटी के वैज्ञानिकों के साथ संबंधित उपकरणों का निरीक्षण भी किया था। अधिकारियों ने बताया कि जैसे ही मौसम अनुकूल होगा, ट्रायल तुरंत किया जाएगा।
Published on:
08 Oct 2025 11:05 am
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