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जिले में 33 कस्टम हायरिंग सेंटर संचालित, दो और खुलेंगे

जैतावाड़ा व भटाणा में कस्टम हायरिंग सेंटर खोलने के लिए भेजा प्रस्तावसिरोही@पत्रिका. किसानों को बाजार से कम रेट में खेती के उपकरण किराए पर देने के लिए सरकार ने चार वर्ष पूर्व योजना शुरू कर कस्टम हायरिंग सेंटर शुरू किए थे, अब इनकी संख्या बढ़ा दी गई है। काफी किसानों के लिए योजना वरदान साबित […]

जैतावाड़ा व भटाणा में कस्टम हायरिंग सेंटर खोलने के लिए भेजा प्रस्ताव
सिरोही@पत्रिका. किसानों को बाजार से कम रेट में खेती के उपकरण किराए पर देने के लिए सरकार ने चार वर्ष पूर्व योजना शुरू कर कस्टम हायरिंग सेंटर शुरू किए थे, अब इनकी संख्या बढ़ा दी गई है। काफी किसानों के लिए योजना वरदान साबित हो रही है, लेकिन कई किसान जानकारी के अभाव में आज भी योजना का लाभ नहीं ले पा रहे।इन सेंटरों पर किसानों को वाजिब किराए पर खेती के लिए अत्याधुनिक उपकरण मुहैया करवाए जा रहे हैं। सबसे ज्यादा इस योजना का फायदा लघु और सीमांत किसान को हो रहा है। हालांकि कई किसानों को इस योजना की जानकारी नहीं होने से आज भी कृषि उपकरणों का फायदा नहीं ले पा रहे। किसान अपने संबंधित सेंटर पर जाकर कृषि उपकरण किराए पर ले सकते हैं।

जिले में 33 सेंटर, दो और खुलेंगे

सिरोही जिले में वर्तमान में 33 कस्टम हायरिंग सेंटर संचालित है, जहां किसानों को बाजार से कम रेट में खेती के उपकरण किराए पर दिए जाते हैं। इस साल जैतावाड़ा व भटाणा में एक-एक सेंटर ओर खोलने के लिए सेंट्रल कॉपरेटिव बैंक सिरोही ने प्रस्ताव जयपुर भेजा है।घट रहा खर्चा, किसानों को फायदाखेती की जोत घटने के कारण लघु व सीमांत किसानों के सामने बुवाई और थ्रेसिंग के समय अक्सर कृषि यंत्रों की कमी खलती है। जिससे किसान समय पर अपनी खेती नहीं कर पाते हैं और लागत बढ़ जाती है। कई बार तो बारिश जैसी प्राकृतिक आपदा के समय किसान को आर्थिक नुकसान झेलना पड़ता है। कस्टम हायरिंग सेंटर के जरिए इन किसानों को अब खेती-किसानी के लिए लाखों की मशीनें खरीदने के बजाय कम किराए पर उपकरण मिल रहे हैं। जिससे खेती में आधुनिकता के साथ बुवाई और कटाई कर सकते हैं। कम दर पर मशीरी उपकरण मिलने से किसानों का खर्चा कम हो रहा है।

कस्टम हायरिंग सेंटर पर यह उपकरण

कस्टम हायरिंग सेंटर पर ट्रैक्टर, ड्रोन स्प्रेयर, चॉपसर, हार्वेस्टिंग मशीन, रोटावेटर, प्लाऊ, कल्टीवेटर, मल्टीक्रॉप थ्रेसर, सीड ड्रिल मशीन, पावर टिलर, रीपर कम बाइंडर, लैंड लेवलर, स्ट्रॉ रीपर, पेस्ट कंट्रोल स्प्रेयर, हैपी सीडर जैसे आधुनिक उपकरण मिलते हैं। योजना का उद्देश्य सीमित संसाधनों वाले लघु एवं सीमांत किसानों को महंगे यंत्रों की खरीद से राहत देना है। इन केंद्रों के माध्यम से खेती की लागत घटेगी, उत्पादन बढ़ेगा और किसानों की आय में सुधार होगा।

फैक्ट फाइल

पंचायत समिति कस्टम हायरिंग सेंटर

सिरोही             8

पिण्डवाड़ा             10

आबूरोड             5

रेवदर                         6

शिवगंज             4

कुल                         33

इनका कहना है...

वर्तमान में जिले में 33 कस्टम हायरिंग सेंटर संचालित है। इस साल जैतावाड़ा व भटाणा में एक-एक सेंटर और खोलने के लिए सेंट्रल ऑपरेटिव बैंक सिरोही ने प्रस्ताव जयपुर भेजा है। इन सेंटरों पर किसानों को वाजिब किराए पर खेती के लिए अत्याधुनिक उपकरण मुहैया करवाए जा रहे हैं।

पूनाराम चोयल, एमडी, सेंट्रल को-ऑपरेटिव बैंक, सिरोही