
लैपटॉप पर काम करने का सही तरीका अपनाकर गर्दन दर्द को दूर किया जा सकता है। (PC: AI)
How to Avoid Neck Pain: बदलती लाइफस्टाइल के साथ गर्दन और कमर का दर्द आजकल आम हो गया है। देर तक लैपटॉप-कंप्यूटर पर काम करने की वजह से अक्सर लोग गर्दन दर्द के शिकार रहते हैं। इससे बचने के लिए लोग दवाएं भी लेना शुरू कर देते हैं, जबकि लाइफस्टाइल में बदलाव लाकर इससे आसानी से बचा जा सकता है। ऑर्थोपेडिक सर्जन डॉ. कौशलकांत मिश्रा का कहना है कि कुछ सामान्य एक्सरसाइज और छोटे-छोटे बदलाव करके गर्दन और कमर के दर्द को दूर किया जा सकता है।
डॉ. कौशलकांत मिश्रा के मुताबिक, अगर दिन चढ़ने के साथ आपकी गर्दन में दर्द होने लगता है। दर्द अनियमित है, मतलब कभी होता है, कभी नहीं, तो इसका संबंध लाइफस्टाइल से है। ऐसे दर्द को लेकर ज्यादा घबराने की जरूरत नहीं है। जीवनशैली में कुछ बदलाव करके इससे आसानी से छुटकारा पाया जा सकता है।
उन्होंने बताया कि इस तरह का दर्द मांसपेशियों के थकने के चलते होता है। अक्सर लोग कंप्यूटर या लैपटॉप पर काम करते समय अपने कंधों और कोहनी को लटकता छोड़ देते हैं। सामान्य तौर पर एक वयस्क व्यक्ति के कंधे और एक हाथ का वजन करीब 15 किलो होता है। इसका मतलब है कि 30 किलो वजन शाम तक ऐसे ही लटकता रहता है, जिससे गर्दन पर खिंचाव आना लाजमी है। इस तरह काम करने के चलते पूरे हाथ और गर्दन में दर्द या जकड़न महसूस हो सकती है।
डॉ. कौशलकांत मिश्रा ने कहा कि कंप्यूटर पर काम करने का सही तरीका यह है कि आपकी कोहनी टेबल पर टिकी रहें। इससे आपके हाथ लटकने वाली मुद्रा में नहीं रहेंगे, उन्हें टेबल का सपोर्ट मिलेगा और आप बिना किसी दर्द के काम कर पाएंगे। उन्होंने कहा कि इस अवस्था में बैठकर कंप्यूटर पर काम करने से जकड़न या खिंचाव महसूस नहीं होगा। इसके अलावा, आइसोमेट्रिक सर्वाइकल व्यायाम करके भी इस तरह के दर्द से आजादी पाई जा सकती है।
कभी-कभी ऐसा होता है कि अचानक मुड़ते या फिर कुछ उठाते ही दर्द होने लगता है। ऐसी सूरत में क्या करना चाहिए? इस पर डॉ. कौशलकांत मिश्रा का कहना है कि जिस अवस्था में व्यक्ति है, उसे उसी अवस्था में रहना चाहिए। कुछ घंटे बिना हिले-डुले रहने से आराम मिल सकता है। साथ ही घर में यदि कोई पेन किलर हो तो उसका सेवन भी किया जा सकता है। हालांकि, उन्होंने स्पष्ट तौर पर किडनी की समस्या वाले लोगों को पेन किलर से बचने को कहा। डॉक्टर मिश्रा का कहना है कि समय-समय पर विटामिन D और B12 की जांच करानी चाहिए और यदि शरीर में इनकी कमी है, तो उन्हें दूर करने के लिए दवाएं लेनी चाहिए।
Updated on:
29 Nov 2025 05:35 pm
Published on:
28 Nov 2025 05:51 pm
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