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एटीएम खोलते हो तो गार्ड भी रखो! अलार्म सिस्टम पर फोकस करो, तभी रुकेंगे अपराध

सर्दियों के साथ एटीएम कटिंग गिरोह दोबारा सक्रिय हो रहे हैं। बीते वर्षों में मेवाती गैंग ने ठंडी रातों में कई एटीएम काटकर लाखों रुपए उड़ा दिए थे। इस बार पुलिस ने पहले ही बैंकों को चेताया है -एटीएम बढ़ा रहे हो, तो सुरक्षा भी बढ़ाओ।

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सर्दियों के साथ एटीएम कटिंग गिरोह दोबारा सक्रिय हो रहे हैं। बीते वर्षों में मेवाती गैंग ने ठंडी रातों में कई एटीएम काटकर लाखों रुपए उड़ा दिए थे। इस बार पुलिस ने पहले ही बैंकों को चेताया है -एटीएम बढ़ा रहे हो, तो सुरक्षा भी बढ़ाओ।

सर्दियों के साथ एटीएम कटिंग गिरोह दोबारा सक्रिय हो रहे हैं। बीते वर्षों में मेवाती गैंग ने ठंडी रातों में कई एटीएम काटकर लाखों रुपए उड़ा दिए थे। इस बार पुलिस ने पहले ही बैंकों को चेताया है -एटीएम बढ़ा रहे हो, तो सुरक्षा भी बढ़ाओ।

एसएसपी ने बैंकों को दी सख्त नसीहत-सर्दी आते ही मेवाती गैंग फिर सक्रिय, ढीली सुरक्षा पर उठाए सवाल

ग्वालियर। सर्दियों के साथ एटीएम कटिंग गिरोह दोबारा सक्रिय हो रहे हैं। बीते वर्षों में मेवाती गैंग ने ठंडी रातों में कई एटीएम काटकर लाखों रुपए उड़ा दिए थे। इस बार पुलिस ने पहले ही बैंकों को चेताया है -एटीएम बढ़ा रहे हो, तो सुरक्षा भी बढ़ाओ।

मंगलवार को एसएसपी धर्मवीर सिंह यादव ने सरकारी और निजी बैंकों के अधिकारियों के साथ बैठक में कहा कि शहर में कई एटीएम बिना गार्ड के चल रहे हैं। कौन आता-जाता है, किसी को पता नहीं। ऐसी लापरवाही अब बर्दाश्त नहीं होगी।

सीसीटीवी धुंधले, अलार्म बजता है पर कोई सुनता नहीं

बैठक में खुलासा हुआ कि कई एटीएम में कैमरे लगे तो हैं, लेकिन उनकी क्वालिटी इतनी खराब है कि चेहरा पहचानना मुश्किल है। अलार्म सिस्टम भी कई जगह सिर्फ दिखावे के लिए लगा है -एटीएम कटिंग के वक्त अलार्म बजते रहे, लेकिन कंट्रोल रूम अलर्ट नहीं हुआ।

एसएसपी के निर्देश:

अलार्म सिस्टम की मॉक ड्रिल कर जांच करें।
रैंडम चेकिंग से खामियां पकड़ें।
हर एटीएम पर गार्ड की तैनाती अनिवार्य करें।

साइबर फ्रॉड पर सख्ती: पीड़ित को टालो नहीं, मदद करो

बैठक में साइबर ठगी के मामलों पर भी चर्चा हुई। एसएसपी ने कहा कि अगर कोई पीड़ित बैंक में मदद मांगने आता है, तो उसे पुलिस या साइबर सेल के चक्कर में न भेजें -पहले उसका खाता तुरंत होल्ड करें।

उन्होंने कहा कि कई बार बैंक की लेट-लतीफी से ठग पूरे पैसे निकाल ले जाते हैं।
एसएसपी ने बैंकों को निर्देश दिए —

संदिग्ध खातों की जानकारी तुरंत पुलिस को दें।
ग्राहकों को हेल्पलाइन नंबर 1930 की जानकारी दें।
फर्जी खातों के खुलने पर बैंकों की जवाबदेही तय की जाएगी।