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विधायक ने मुख्यमंत्री को लिखा पत्र, अस्पताल को बताया जरूरी

-मेडिकल कॉलेज में 500 बेड के लिए मांगा बजट -पत्रिका के अभियान का दिख रहा असर

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दमोह

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Aakash Tiwari

Sep 15, 2025


दमोह. बरपटी क्षेत्र में आकार ले रहे मेडिकल कॉलेज परिसर मेेंं अस्पताल बनाए जाने का स्थानीय भाजपा विधायक व पूर्व वित्तमंत्री जयंत मलैया ने समर्थन किया है। उन्होंने गुरुवार को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को एक पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने मेडिकल कॉलेज में अस्तपाल भवन बनाए जाने की मांग की है।
बता दें कि सिंगरौली जिले में मेडिकल कॉलेज अस्पताल का मंजूरी मिल गई है। यहां ६०० बेड का अस्पताल स्वीकृत कर दिया गया है। विदिशा के विधायक ने अस्पताल बनाए जाने की मांग की है। वहीं, छतरपुर जिले में सीएम इसकी घोषणा कर चुके हैं। अब दमोह विधायक मलैया ने भी आगे आकर अस्पताल बनाए जाने के लिए बजट की मांग की है।
विधायक ने यह लिखा पत्र में…….
विधायक मलैया ने सीएम को लिखे पत्र में बताया कि दमोह जिले में मेडिकल कॉलेज का निर्माण कार्य प्रगति पर है, पर अब तक 500 बेड के अस्पताल की व्यवस्था नहीं की गई है। एक सशक्त मेडिकल कॉलेज का संचालन तभी संभव है, जब उसके साथ एक उच्च स्तरीय, सुसज्जित अस्पताल भी जुड़ा हो, जहां मरीजों को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं मिल सकें। यदि मेडिकल कॉलेज से जुड़े अस्पताल का निर्माण शीघ्र नहीं हुआ, तो यहां अध्ययनरत छात्रों की प्रैक्टिकल शिक्षा प्रभावित होगी। साथ ही मरीजों को भी बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं नहीं मिल पाएंगी। दमोह मेडिकल कॉलेज परिसर में 500 बेड का आधुनिक अस्पताल शीघ्र स्वीकृत कर निर्माण कार्य प्रारंभ कराया जाए।
-मेडिकल छात्रों को नहीं होगी परेशानी, स्टाफ भी नहीं होगा परेशान
३० एकड़ जमीन पर बनाए जा रहे मेडिकल कॉलेज के चालू होने के बाद यहां पढ़ रहे मेडिकल छात्रों को अस्पताल चालू होने से परेशानी नहीं होगी। कवर्ड कैंपस के अंदर वह पढ़ाई कर पाएंगे। सैकेंड इयर में मेडिकल छात्रों को अस्पताल जाने की जरूरत होती है। अस्पताल मेडिकल कॉलेज ेमं होने से उन्हे बाहर नहीं निकलना पड़ेगा। इधर, डॉक्टर्स, नर्सिंग स्टाफ को भी सात किमी दूर आना-जाना नहीं करना पड़ेगा।
-नए सेटअप के साथ अस्पताल बनने से मरीजों को भी राहत
जिला अस्पताल में ओपीडी कॉम्प्लेक्स बेहद छोटी जगह पर संचालित हो रही है, जहां डॉक्टरों का बैठना मुश्किल हो रहा है। मरीजों को भी काफी परेशानी उठानी पड़ रही है। इधर, भर्ती वार्डों की भी स्थिति ठीक नहीं है। मेडिकल कॉलेज में नए सेटअप के साथ अस्पताल बिल्डिंग बनाई जाएगी। जहां पर मरीजों को इलाज कराने में आसानी होगी और परेशान भी नहीं होना पड़ेगा।