नरसिंहपुर। आरआर एग्रो खांडसारी मिल संचालकों पर किसानों के लगभग साढ़े पांच करोड़ रुपए ब्याज समेत चार साल से बकाया हैं। किसानों का आरोप है कि जिला प्रशासन की मध्यस्थता में पिछले वर्ष संचालकों से समझौता कराया गया था। लेकिन कुछ अधिकारियों ने फ र्जी चतुर्भुज कंपनी चलवाकर किसानों से दोबारा ठगी करवाई। मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को बार-बार ज्ञापन व शिकायतें देने के बावजूद अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। इस मुद्दे पर भारतीय किसान यूनियन ने आंदोलन का बिगुल फूं क दिया है। बीते दिवस कृषि उपज मंडी में हुई बैठक में यूनियन पदाधिकारियों और प्रभावित किसानों ने मांग की कि फ र्जी कंपनी के पीछे रहे अधिकारियों पर एफ आइआर दर्ज की जाए और सरकार किसानों को पुराना व वर्तमान भुगतान अपने स्तर से कराए। यूनियन जिलाध्यक्ष विमलेश पटेल ने बताया कि जिले के किसान गन्ना बिक्री बिजली, खाद और बीज संकट से लंबे समय से जूझ रहे हैं। बार-बार ज्ञापन देने के बावजूद हालात जस के तस हैं। बैठक में निर्णय हुआ कि 13 अगस्त को मंडी परिसर में बैठक कर कलेक्ट्रेट पहुंचकर विभिन्न मांगों का ज्ञापन जिला प्रशासन और मुख्यमंत्री को सौंपा जाएगा। यदि इसके बाद भी कार्रवाई नहीं हुई, तो 22 अगस्त को ट्रैक्टर मार्च निकाला जाएगा। इसके लिए गांव-गांव संपर्क अभियान जारी है। बैठक में यूनियन पदाधिकारी लोकेश पटेल, देवेंद्र पाठक, मातवर पटेल, रामजी गुमास्ता, तेजबल पटेल, अजय पटेल, अरविंद पटेल, प्रवीण पटेल, मस्तराम पटेल, तरुण गिरदौनिया, शिवम पटेल, राज गुमास्ता, आदित्य पटेल सहित लगभग 50 किसान मौजूद रहे।नरसिंहपुर। आरआर एग्रो खांडसारी मिल संचालकों पर किसानों के लगभग साढ़े पांच करोड़ रुपए ब्याज समेत चार साल से बकाया हैं। किसानों का आरोप है कि जिला प्रशासन की मध्यस्थता में पिछले वर्ष संचालकों से समझौता कराया गया था। लेकिन कुछ अधिकारियों ने फ र्जी चतुर्भुज कंपनी चलवाकर किसानों से दोबारा ठगी करवाई। मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को बार-बार ज्ञापन व शिकायतें देने के बावजूद अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। इस मुद्दे पर भारतीय किसान यूनियन ने आंदोलन का बिगुल फूं क दिया है। बीते दिवस कृषि उपज मंडी में हुई बैठक में यूनियन पदाधिकारियों और प्रभावित किसानों ने मांग की कि फ र्जी कंपनी के पीछे रहे अधिकारियों पर एफ आइआर दर्ज की जाए और सरकार किसानों को पुराना व वर्तमान भुगतान अपने स्तर से कराए। यूनियन जिलाध्यक्ष विमलेश पटेल ने बताया कि जिले के किसान गन्ना बिक्री बिजली, खाद और बीज संकट से लंबे समय से जूझ रहे हैं। बार-बार ज्ञापन देने के बावजूद हालात जस के तस हैं। बैठक में निर्णय हुआ कि 13 अगस्त को मंडी परिसर में बैठक कर कलेक्ट्रेट पहुंचकर विभिन्न मांगों का ज्ञापन जिला प्रशासन और मुख्यमंत्री को सौंपा जाएगा। यदि इसके बाद भी कार्रवाई नहीं हुई, तो 22 अगस्त को ट्रैक्टर मार्च निकाला जाएगा। इसके लिए गांव-गांव संपर्क अभियान जारी है। बैठक में यूनियन पदाधिकारी लोकेश पटेल, देवेंद्र पाठक, मातवर पटेल, रामजी गुमास्ता, तेजबल पटेल, अजय पटेल, अरविंद पटेल, प्रवीण पटेल, मस्तराम पटेल, तरुण गिरदौनिया, शिवम पटेल, राज गुमास्ता, आदित्य पटेल सहित लगभग 50 किसान मौजूद रहे।नरसिंहपुर। आरआर एग्रो खांडसारी मिल संचालकों पर किसानों के लगभग साढ़े पांच करोड़ रुपए ब्याज समेत चार साल से बकाया हैं। किसानों का आरोप है कि जिला प्रशासन की मध्यस्थता में पिछले वर्ष संचालकों से समझौता कराया गया था। लेकिन कुछ अधिकारियों ने फ र्जी चतुर्भुज कंपनी चलवाकर किसानों से दोबारा ठगी करवाई। मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को बार-बार ज्ञापन व शिकायतें देने के बावजूद अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। इस मुद्दे पर भारतीय किसान यूनियन ने आंदोलन का बिगुल फूं क दिया है। बीते दिवस कृषि उपज मंडी में हुई बैठक में यूनियन पदाधिकारियों और प्रभावित किसानों ने मांग की कि फ र्जी कंपनी के पीछे रहे अधिकारियों पर एफ आइआर दर्ज की जाए और सरकार किसानों को पुराना व वर्तमान भुगतान अपने स्तर से कराए। यूनियन जिलाध्यक्ष विमलेश पटेल ने बताया कि जिले के किसान गन्ना बिक्री बिजली, खाद और बीज संकट से लंबे समय से जूझ रहे हैं। बार-बार ज्ञापन देने के बावजूद हालात जस के तस हैं। बैठक में निर्णय हुआ कि 13 अगस्त को मंडी परिसर में बैठक कर कलेक्ट्रेट पहुंचकर विभिन्न मांगों का ज्ञापन जिला प्रशासन और मुख्यमंत्री को सौंपा जाएगा। यदि इसके बाद भी कार्रवाई नहीं हुई, तो 22 अगस्त को ट्रैक्टर मार्च निकाला जाएगा। इसके लिए गांव-गांव संपर्क अभियान जारी है। बैठक में यूनियन पदाधिकारी लोकेश पटेल, देवेंद्र पाठक, मातवर पटेल, रामजी गुमास्ता, तेजबल पटेल, अजय पटेल, अरविंद पटेल, प्रवीण पटेल, मस्तराम पटेल, तरुण गिरदौनिया, शिवम पटेल, राज गुमास्ता, आदित्य पटेल सहित लगभग 50 किसान मौजूद रहे।
Published on:
12 Aug 2025 02:08 pm