Patrika LogoSwitch to English
मेरी खबर

मेरी खबर

शॉर्ट्स

शॉर्ट्स

ई-पेपर

ई-पेपर

जिले के सबसे बड़े शहर आबूरोड में हिंदी माध्यम स्कूल में विज्ञान संकाय नहीं, विद्यार्थी परेशान

अतिरिक्त संकाय स्वीकृति की दूसरी सूची में भी सांतपुर उमावि का नाम गायब विद्यालय में साइंस संकाय खोलना प्रस्तावित, प्रयोगशालाएं बनी, उपकरण आए दो साल हो गए, प्रवेश की नहीं मिल रही स्वीकृति

आबूरोड. विद्यालय में बनी प्रयोगशालाएं।
आबूरोड. विद्यालय में बनी प्रयोगशालाएं।

आबूरोड. सिरोही जिले के सबसे बड़े शहर आबूरोड और उसके आसपास 10 किलोमीटर क्षेत्र में स्थित किसी भी हिंदी माध्यम के सरकारी स्कूल में विज्ञान विषय में पढ़ाई की सुविधा नहीं है। जिससे हिंदी माध्यम के बहुत से विद्यार्थियों को विज्ञान विषय में अध्ययन से वंचित होना पड़ रहा है। वे प्रवेश के लिए इधर-उधर भटकने को मजबूर हैं। इससे सबसे ज्यादा परेशानी बालिकाओं को हो रही है।

शिक्षा विभाग की ओर से आदिवासी बहुल होते हुए भी आबूरोड ब्लॉक में विज्ञान संकाय शुरू करने करने के मामले में भेदभाव किया जा रहा है। इससे आदिवासी क्षेत्र के विज्ञान विषय पढ़ने के इच्छुक विद्यार्थी इस विषय में पढ़ाई नहीं कर पा रहे और ना चाहते हुए भी अन्य विषय लेने को मजबूर हैं। क्षेत्र के विद्यार्थियों का शिक्षा मंत्री से एक ही सवाल है कि हम आदिवासी क्षेत्र के बच्चे भी विज्ञान विषय की पढ़ाई कर आगे बढ़ना चाहते हैं, लेकिन जब क्षेत्र के हिन्दी माध्यम के स्कूलों में यह सुविधा ही नहीं है तो फिर पढ़ने के लिए कहां जाएं? बहुत से परिवार अपने बच्चों को निजी स्कूलों में पढ़ाने के लिए भारी भरकम फीस चुकाने की स्थिति में नहीं है। ऐसे में उनके सामने अब एक ही विकल्प है कि अन्य विषय लेकर पढ़ाई करें।

न अधिकारी ध्यान दे रहे, न जनप्रतिनिधि

आबूरोड शहर से सटे सांतपुर गांव के उच्च माध्यमिक विद्यालय में विज्ञान संकाय खोलना प्रस्तावित है, लेकिन अनुमति नहीं मिल रही। शिक्षा विभाग ने चालू नवीन शिक्षा सत्र में प्रदेश के विद्यालयों में अतिरिक्त संकाय खोलने की स्वीकृति की दो दिन पूर्व दूसरी सूची जारी की है, जिसमें भी आबूरोड के सांतपुर विद्यालय का नाम नहीं हैं। इस सूची में शामिल 23 विद्यालयों में से 20 विद्यालयों में विज्ञान संकाय शुरू करने की अनुमति प्रदान की है, लेकिन आबूरोड में नहीं। सांतपुर स्कूल के मामले में विभाग के अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों ने आंखें मूंद रखी है।

आबूरोड शहर वंचित

सिरोही जिले का सबसे बड़ा शहर आबूरोड की जनसंया करीब 75 हजार है और शहर के हिंदी माध्यम के किसी भी उच्च माध्यमिक विद्यालय में साइंस संकाय नहीं है। सिर्फ अंग्रेजी माध्यम के महात्मा गांधी विद्यालय दरबार में इस विषय में पढ़ाई की सुविधा उपलब्ध है।

उपकरणों के खराब होने की आंशका

विभाग ने विज्ञान संकाय संचालित करने के लिए सांतपुर स्कूल में प्रयोगशालाएं भी बनवा दी, लेकिन अभी तक संकाय शुरू नहीं किया। करीब 600 बच्चों के नामांकन वाले विद्यालय परिसर में करीब दो साल पहले नवनिर्मित रसायन, भौतिकी व जीव विज्ञान प्रयोगशालाओं में मंगवाए गए लाखों के उपकरण अलमारियों व स्टोर कक्ष में रखे हुए हैं। जिनके उपयोग के अभाव में खराब होने की आशंका है।

निदेशक को भेजा था पत्र

विद्यालय प्रशासन ने मुय ब्लॉक शिक्षा अधिकारी आबूरोड के माध्यम से दिसंबर, 2024 को निदेशक, माध्यमिक शिक्षा, बीकानेर को पत्र भेजकर स्कूल में विज्ञान संकाय में प्रवेश की अनुमति व स्टाफ लगाने का आग्रह किया था। पत्र में बताया था कि 10 किलोमीटर की परिधि में हिंदी माध्यम में विज्ञान विषय में पढ़ाई के लिए एक भी विद्यालय नहीं है। सांतपुर विद्यालय टीएसपी क्षेत्र में आता है, जहां टीएडी व समाज कल्याण विभाग के 6 छात्रावास हैं।

इनका कहना

विद्यालय में प्रयोगशालाएं तो बन चुकी है, लेकिन विज्ञान संकाय शुरू करने की अभी तक अनुमति नहीं मिली है।

सतीश कुमार, कार्यवाहक संस्था प्रधान, राजकीय उच्च माध्यमिक स्कूल, सांतपुर