भारत के तेज गेंदबाज आकाश दीप जब इंग्लैंड के खिलाफ शानदार प्रदर्शन कर बिहार अपने पैतृक गांव बड्डी लौटे तो मानो गांव में दिवाली समय से पहले आ गई। ढोल-नगाड़ों की थाप, आतिशबाजी की चमक और आकाश दीप जिंदाबाद के नारों से इलाका गूंज उठा। बिहार के रोहतास में स्थित गांव में सैकड़ों की भीड़ ने उन्हें घेर लिया। बच्चे उनके साथ सेल्फी लेने की होड़ में दिखे। वहीं बुजुर्ग आशीर्वाद दे रहे थे।
25 वर्षीय आकाश दीप ने हाल ही में इंग्लैंड दौरे पर 10 विकेट झटके हैं। मैच में उनकी धारदार गेंदबाजी ने विरोधी बल्लेबाजों की नींद उड़ा दी। घरेलू क्रिकेट और आईपीएल में दमदार प्रदर्शन के बाद टीम इंडिया में जगह बनाने वाले इस तेज गेंदबाज ने अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी छाप छोड़ी है। गांव की चौपाल से लेकर स्कूल के मैदान तक हर जगह बस आकाश दीप की चर्चा थी। स्थानीय पंचायत और खेल संघों ने उनके सम्मान में विशेष समारोह का आयोजन किया, जहां उन्हें शॉल और स्मृति चिह्न भेंट किए गए। आकाश दीप ने कहा कि देश के लिए खेलना उनका सबसे बड़ा सपना है। सभी का प्यार और आशीर्वाद उनके लिए सबसे बड़ी ताकत बना।
बड्डी गांव के लोग गर्व से बताते हैं कि आकाश दीप वहीं बड़े हुए, वहीं से क्रिकेट के शुरुआती गुर सीखे। फिर पेशेवर क्रिकेट का सपना पूरा करने के लिए पश्चिम बंगाल चले गए। आज उनकी कामयाबी ने न सिर्फ गांव का नाम रोशन किया है बल्कि कई उभरते खिलाड़ियों को भी प्रेरणा दी है। जैसे ही वे मंच से उतरे बच्चों ने बल्ले पर ऑटोग्राफ लेने की जिद की और युवाओं ने उन्हें ‘फास्ट बॉलिंग मास्टर’ का नया खिताब दे दिया।
Published on:
11 Aug 2025 04:16 pm