Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

Bihar Election: बुरे फंसे RJD विधायक भाई वीरेंद्र, मतदान केंद्र पर दारोगा को धमकी देना पड़ा महंगा, FIR दर्ज

Bihar Election: मनेर विधानसभा क्षेत्र से विधायक और उम्मीदवार भाई वीरेंद्र मुश्किल में फंस गए हैं। उन पर एक मतदान केंद्र पर सुरक्षा में तैनात एक पुलिस अधिकारी को धमकाने का आरोप लगा है। इस मामले में मनेर थाने में एफआईआर दर्ज की गई है।

2 min read
Google source verification

पटना

image

Anand Shekhar

Nov 07, 2025

आरजेडी प्रत्याशी भाई बीरेंद्र। फाइल फोटो

Bihar Election:बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के पहले चरण के मतदान के दौरान पटना जिले की मनेर विधानसभा सीट पर सियासी तापमान अचानक बढ़ गया। राजद विधायक और उम्मीदवार भाई वीरेंद्र अपने चुनावी प्रचार के दौरान विवादों में घिर गए। आरोप है कि उन्होंने मतदान केंद्र पर मौजूद एक पुलिस अधिकारी को धमकी दी और जातिसूचक शब्दों का प्रयोग किया।

पूरा मामला क्या है?

घटना मनेर के महिनावां स्थित हाईस्कूल के बूथ संख्या 79, 80 और 81 में हुई। पुलिस अधिकारी भरत तिवारी द्वारा दर्ज शिकायत के अनुसार, बूथ पर एक वृद्ध महिला वोट डालने आई थीं और पर्ची दिखाकर बूथ की जानकारी ले रही थीं। इस दौरान वहां तैनात सहायक पुलिस अवर निरीक्षक भरत तिवारी उन्हें जानकारी दे रहे थे। तभी भाई वीरेंद्र मौके पर पहुंचे और पुलिस अधिकारी से तीखी बहस करने लगे।

भाई वीरेंद्र ने पुलिस अधिकारी पर एक दल विशेष के पक्ष में काम करने का आरोप लगाया और मतदाता को डराने तथा चुनाव प्रक्रिया को प्रभावित करने की कोशिश करने का आरोप लगाया। उन्होंने यहां तक कहा कि मतदाता को परेशान मत करो, अन्यथा परिणाम भयंकर हो सकता है। इसके साथ ही जातिसूचक शब्दों के इस्तेमाल की भी शिकायत मिली है। इस पूरे घटना का वीडियो भी सामने आया था।

पुलिस ने FIR दर्ज की

इस पूरे मामले की शिकायत के आधार पर मनेर थाना में भाई वीरेंद्र के खिलाफ FIR दर्ज की गई है। पुलिस ने उनके खिलाफ BNS की धाराओं के साथ लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम का उल्लंघन और आदर्श आचार संहिता भंग करने का मामला भी जोड़ा है। इस संबंध में दानापुर-2 के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी अमरेन्द्र कुमार झा ने बताया कि मामले की गहन जांच की जा रही है।

पहले भी विवाद में रहे भाई वीरेंद्र

यह पहली बार नहीं है जब भाई वीरेंद्र विवादों में घिरे हैं। इससे पहले भी उनके खिलाफ एससी-एसटी थाने में केस दर्ज हो चुका है। इस बार की घटना ने चुनावी माहौल को और अधिक तनावपूर्ण बना दिया है।