Bihar VidhanSabha Chunav: एसआईआर प्रक्रिया और वोट चोरी के विरोध में लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी आज (17 अगस्त) से बिहार के सासाराम से ‘वोटर अधिकार यात्रा’ शुरू करेंगे। यात्रा में राजद के वरिष्ठ नेता तेजस्वी यादव समेत इंडिया गठबंधन के तमाम नेता शामिल होंगे। कांग्रेस नेता राहुल गांधी 16 दिनों में 1,300 किलोमीटर की दूरी तय करेंगे। इस यात्रा के दौरान राहुल गांधी पहले फेज में सासाराम, औरंगाबाद, गया और नवादा के करीब 50 विधानसभा के वोटरों को गोलबंद करेंगे। महागठबंधन का यह क्षेत्र गढ़ माना जाता है।
सासाराम कांग्रेस का पुराना गढ़ रहा है। 2024 के लोकसभा चुनाव में भी कांग्रेस यहां शानदार प्रदर्शन किया। 2014 और 2019 में हार के बाद कांग्रेस 2024 के चुनाव में जीत दर्ज करते हुए अपने परंपरागात सीट पर कब्जा कर लिया। इस सीट पर पिछले दो लोकसभा चुनाव में बीजेपी के प्रत्याशी जीतते आ रहे थे। इसके अतिरिक्त 2020 के विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस रोहतास में प्रदर्शन ठीक किया था। महागठबंधन की बात करें तो रोहतास के सात विधानसभा में सातों पर महागठबंधन का कब्जा था। यही कारण है कि कांग्रेस ने राहुल गांधी के वोटर अधिकार यात्रा के लिए सासाराम को चुना।
राहुल गांधी के लिए पहले फेज की यात्रा के लिए जो जगह चुना गया है यह इलाका महागठबंधन का गढ़ माना जाता है। रोहतास के अतिरिक्त राहुल गांधी पहले फेज की यात्रा में औरंगाबाद, गया और नवादा में अपनी यात्रा करेंगे। यह पूरा क्षेत्र महागठबंधन का गढ़ माना जाता है। 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में यहां पर महागठबंधन का झंडा बुलंद था। राहुल गांधी तेजस्वी यादव और विपक्ष के नेताओं के साथ यात्रा कर सबसे पहले अपने गढ़ में वोटरों को गोलबंद करने का प्रयास करेंगे। राहुल गांधी 17 अगस्त को सासाराम से अपना वोटर अधिकार यात्रा शुरू करेंगे। इसके बाद वे 18 अगस्त को औरंगाबाद में अपनी यात्रा करेंगे। यहां वे कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम के विधानसभा सीट कुटुंबा भी जायेंगे। राजेश राम पिछले दो विधानसभा चुनाव से यहां पर जीतते आ रहे हैं। इससे पहले उनके पिता भी यहां से जीतते रहे हैं।
राहुल गांधी गया में वोटर अधिकार यात्रा के द्वारा अरवल, जहानाबाद के वोटरों को भी साधने का प्रयास करेंगे। जहानाबाद के तीन और अरवल जिला के दो विधान सभा पर महागठबंधन का कब्जा है। राहुल गांधी इस यात्रा के द्वारा अपने मगध के गढ़ को गोलबंद करने के लिए 19 अगस्त को नवादा में भी अपनी यात्रा करेंगे। 20 अगस्त को यात्रा आराम करने के बाद फिर 21 अगस्त से यात्रा करेंगे।
शहर | डेट |
सासाराम (रोहतास) | 17 अगस्त |
औरंगाबाद | 18 अगस्त |
गया और नवादा | 19 अगस्त |
विश्राम | 20 अगस्त |
लखीसराय-शेखपुरा | 21 अगस्त |
मुंगेर और भागलपुर | 22 अगस्त |
कटिहार | 23 अगस्त |
पूर्णिया और अररिया | 24 अगस्त |
विश्राम | 25 अगस्त |
सुपौल | 26 अगस्त |
दरभंगा और मुजफ्फरपुर | 27 अगस्त |
सीतामढ़ी और मोतिहारी | 28 अगस्त |
बेतिया, गोपालगंज और सिवान | 29 अगस्त |
छपरा और आरा | 30 अगस्त |
पटना के गांधी मैदान में रैली, यात्रा का समापन | 1 सितंबर |
भाजपा और चुनाव आयोग की मिलीभगत से चुनावों में हो रही वोटों की धांधली का उल्लेख करते हुए पवन खेड़ा ने कहा कि यह यात्रा ‘एक व्यक्ति-एक वोट’ के अधिकार की लड़ाई के लिए की जा रही है। भाजपा फर्जी तरीके से वोट जोड़ने और काटने में रंगे हाथों पकड़ी गई है। बिहार में एसआईआर प्रक्रिया से वोट चोरी की यह साजिश और स्पष्ट रूप से सामने आई है। अब सामान्य नागरिक भी वोट चोरी के सबूत निकालकर दे रहे हैं।
कांग्रेस नेता ने एसआईआर (विशेष गहन पुनरीक्षण) को लेकर सुप्रीम कोर्ट के हालिया फैसले का हवाला देते हुए चुनाव आयोग को निशाने पर लिया। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट को इस मामले में हस्तक्षेप करना पड़ा, जिसके बाद चुनाव आयोग को इंडिया गठबंधन और सामाजिक कार्यकर्ताओं की मांगों को मानना पड़ा। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ वोट छीनने का षड्यंत्र नहीं था, बल्कि दलितों, पिछड़ों, आदिवासियों, वंचितों, शोषितों, पीड़ितों और अल्पसंख्यकों की पहचान छीनने की साजिश थी। उन्होंने आगे कहा कि आज उनका वोट देने का अधिकार छिन जाता है तो भविष्य में सरकारी योजनाओं से भी उन्हें वंचित किए जाने का खतरा पैदा हो जाता।
Updated on:
17 Aug 2025 07:17 am
Published on:
17 Aug 2025 06:15 am