कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने बिहार दौरे के दौरान मोदी और नीतीश सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि चुनाव के चलते महिलाओं को 10 हजार रुपये बांटे जा रहे हैं ताकि उनका वोट भाजपा-जदयू को मिले। मोतिहारी और पटना में आयोजित जनसभाओं में प्रियंका ने स्पष्ट किया कि यह योजना सिर्फ चुनावी राजनीति का हिस्सा है, महिलाओं के सशक्तिकरण का नहीं।
मोतिहारी के गांधी मैदान में जनसभा को संबोधित करते हुए प्रियंका गांधी ने कहा, “आज नोट बांट रहे हैं, लेकिन यह नहीं बता रहे कि कल पैसे देंगे या नहीं। यह सिर्फ वोट के लिए किया जा रहा है।” उन्होंने मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना का जिक्र किया और साथ ही माई-बहिन योजना के बारे में बताते हुए कहा कि महागठबंधन की इस योजना के तहत महिलाओं को प्रति माह 2500 रुपये दिए जाएंगे, जिससे उन्हें न केवल महंगाई से राहत मिलेगी, बल्कि वे आत्मनिर्भर भी बन सकेंगी।
प्रियंका ने कहा कि राजस्थान में कांग्रेस सरकार ने गरीब और जरूरतमंद परिवारों के लिए 25 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज उपलब्ध कराया। अब वही योजना बिहार में लागू की जाएगी ताकि पैसे की कमी के कारण लोग इलाज से वंचित न रहें।
प्रियंका गांधी ने कहा कि भूमिहीन परिवारों को 3-5 डिसमिल जमीन दी जाएगी, जो महिलाओं के नाम होगी। उनका कहना था कि यह महिलाओं की शक्ति और सम्मान को दर्शाता है। उन्होंने महिलाओं से सीधे संवाद करते हुए कहा कि चुनाव के समय सिर्फ योजनाओं और पैसों के नाम पर उन्हें आभास कराया जाता है, जबकि सच्चे अधिकार और सम्मान नहीं मिलता।
पटना में आयोजित ‘शक्ति अधिकार महिला संवाद’ कार्यक्रम में प्रियंका गांधी ने करीब 2000 महिलाओं से बातचीत की। उन्होंने बताया कि कई परिवारों में महिलाएं अपने पति से अलग या दूर रहती हैं क्योंकि रोजगार की कमी के कारण पुरुष बाहर काम करने जाते हैं। इसके चलते महिलाएं घर और परिवार का पूरा बोझ उठाती हैं।
प्रियंका गांधी ने कहा, “महिलाएं न केवल परिवार का आधार हैं, बल्कि समाज की रीढ़ भी हैं। लेकिन सरकार और प्रशासन उन्हें पर्याप्त मदद नहीं देते। यही वजह है कि महिलाएं सामाजिक और आर्थिक रूप से असुरक्षित महसूस करती हैं।”
प्रियंका गांधी ने जोर देकर कहा कि महिलाओं की ताकत और क्षमता को केवल पार्टियां समझ रही हैं, और चुनाव में उन्हें वोट के नाम पर इस्तेमाल करती हैं। उन्होंने बिहार की महिलाओं से अपील की कि वे सिर्फ चुनावी लालच में नहीं आएं, बल्कि अपने अधिकारों और सशक्तिकरण की दिशा में कदम उठाएं।
उन्होंने कहा, “नीतीश सरकार ने 20 साल सत्ता में रहते हुए महिलाओं की ओर ध्यान नहीं दिया। अब चुनाव आ गया है तो सिर्फ 10 हजार रुपये देकर वोट मांग रही है। यह महिलाओं की वास्तविक स्थिति और सम्मान का समाधान नहीं है।”
Published on:
26 Sept 2025 06:05 pm