
लालू यादव के साथ तेजप्रताप यादव- त्फोटो-x/@TejYadav14
Bihar Politics बिहार चुनाव में आरजेडी की करारी हार के बाद लालू परिवार में छिड़ा घमासान कम होने का नाम नहीं ले रहा है। लालू प्रसाद के बड़े बेटे और पूर्व मंत्री तेज प्रताप यादव ने अब केंद्र और बिहार सरकार से मदद मांगी है। राबड़ी आवास में रोहिणी आचार्य के साथ कथित बदसलूकी के बाद तेज प्रताप यादव अब खुलकर उनके समर्थन में आ गए हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार और बिहार सरकार से आग्रह है कि यदि उनके माता‑पिता (लालू और राबड़ी देवी) को मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है, तो इसकी जांच की जाए।
पीटीआई के अनुसार, तेजप्रताप यादव ने रोहिणी आचार्य का समर्थन किया और घर के संकट के लिए ‘जयचंद’ को जिम्मेदार ठहराया। लालू प्रसाद ने तेजप्रताप को पार्टी और परिवार से बेदखल कर दिया, जिसके बाद वह अलग रह रहे हैं। तेजप्रताप ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और बिहार सरकार से उनके माता‑पिता (लालू‑राबड़ी) को मानसिक उत्पीड़न की जांच का आग्रह किया।
बिहार विधानसभा चुनाव में आरजेडी की करारी हार के बाद लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने कुछ दिन पहले राबड़ी आवास में अपने साथ हुई बदसलूकी का आरोप लगाते हुए घर छोड़ दिया था। उन्होंने सोशल मीडिया पर पूरी घटना की चर्चा करते हुए लिखा कि अब वह राजनीति से संन्यास ले रही हैं और परिवार से नाता तोड़ रही हैं। बाद में उन्होंने लिखा कि उन्होंने केवल अपने भाई तेजस्वी यादव से नाता तोड़ा है; लालू‑राबड़ी और अन्य बहनों के साथ उनका संबंध बना हुआ है।
तेज प्रताप यादव इसको लेकर ही नाराज हैं। उन्होंने कहा कि सभी जयचंदों को जमीन में दफन कर देंगे। उनका इशारा तेजस्वी यादव के सलाहकार संजय यादव एवं रमीज की ओर था, जिनका नाम रोहिणी ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में भी लिया था। तेजस्वी यादव एनडीए सरकार को अपना नैतिक समर्थन दिया है।
Updated on:
18 Nov 2025 03:02 pm
Published on:
18 Nov 2025 03:01 pm
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