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हत्या समेत कई मामलों में आरोपी रमीज नेमत कौन? जिसका रोहिणी आचार्या ने अपने पोस्ट में लिया नाम

लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने सोशल मीडिया पसोट कर परिवार से नाता तोड़ने और राजनीति से सन्यास लेने का ऐलान कर दिया है। जिसके बाद दो नाम कि चर्चा तेज हो गई संजय यादव और रियाज नेमत खान की। जानिए कौन है रियाज नेमत खान। 

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पटना

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Anand Shekhar

Nov 15, 2025

तेजस्वी यादव के साथ रमीज नेमत

तेजस्वी यादव के साथ रमीज नेमत (फोटो- इरशाद शाह फेसबुक)

बिहार विधानसभा चुनाव में राष्ट्रीय जनता दल (RJD) की करारी हार के बाद पार्टी ही नहीं, बल्कि लालू यादव के परिवार के भीतर भी मतभेद सतह पर आते दिख रहे हैं। चुनाव परिणामों के बाद रोहिणी आचार्या ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए पार्टी और परिवार, दोनों से दूरी बनाने का ऐलान किया। अपने पोस्ट में उन्होंने सीधे तौर पर संजय यादव और रमीज़ नेमत खान का नाम लिया, जिसके बाद यह विवाद और गर्म हो गया है।

कौन हैं रमीज नेमत खान?

रिपोर्ट्स के अनुसार, रमीज़ नेमत खान उत्तर प्रदेश के बलरामपुर जिले से ताल्लुक रखते हैं और उनका जन्म 1986 में हुआ। उन्होंने अपनी दसवीं तक की पढ़ाई डीपीएस मथुरा रोड से की और फिर जामिया मिलिया इस्लामिया से एमबीए किया। एक समय वे सक्रिय क्रिकेट खिलाड़ी भी रहे और झारखंड टीम से फर्स्ट क्लास क्रिकेट के 30 मैच खेल चुके हैं। इसी दौरान उनकी पहचान तेजस्वी यादव से गहरी हुई, जो खुद भी क्रिकेट से जुड़े रहे हैं।

तेजस्वी की टीम में भूमिका

रिपोर्ट के मुताबिक, रमीज़ नेमत वर्ष 2016 में RJD से जुड़े। उसके बाद धीरे धीरे वे तेजस्वी यादव की कोर टीम में शामिल हो गए। फिलहाल वो कथित रूप से तेजस्वी यादव के शेड्यूल, कैंपेन मैनेजमेंट और पॉलिटिकल कोऑर्डिनेशन में अहम भूमिका निभाते रहे हैं, ठीक उसी तरह जैसे राज्यसभा सांसद संजय यादव को तेजस्वी के रणनीतिक सलाहकार के रूप में पहचाना जाता है।

पूर्व सपा सांसद के दामाद

रिपोर्ट्स के अनुसार, रमीज़ नेमत खान की शादी उत्तर प्रदेश के पूर्व सपा सांसद रिजवान जहीर की बेटी जेबा रिजवान से हुई है। शादी के बाद वे लंबे समय तक बलरामपुर स्थित परिवारिक आवास पर ही रहते रहे।

कई आपराधिक मामलों में नाम

रमीज नेमत खान का नाम कई आपराधिक मामलों में सामने आया। उपलब्ध जानकारी के अनुसार, वर्ष 2021 में पंचायत चुनाव के दौरान हिंसा, आगजनी और बलवा की शिकायतों का ज़िक्र मिलता है। 4 जनवरी 2022 को पूर्व चेयरमैन फिरोज पप्पू हत्या मामले में साजिश रचने का आरोप लगने पर उन्हें पूर्व सांसद रिजवान ज़हीर और उनकी बेटी जेबा के साथ गिरफ्तार किया गया था। उनके खिलाफ NSA (राष्ट्रीय सुरक्षा कानून) और गैंगस्टर एक्ट के तहत भी कार्रवाई होने की रिपोर्ट है।

बलरामपुर जिले में कई मामलों का, तथा कौशांबी जिले में कथित तौर पर एक हत्या मामले में भी नाम आने की बात कही जाती है। अप्रैल 2025 में वे जमानत पर जेल से रिहा हुए।