Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

Indian Railways: ट्रेनों को आमने-सामने भिड़ंत से बचाएगा कवच सिस्टम, 2300 करोड़ रुपए होंगे खर्च, जानिए विशेषताएं

उत्तर पश्चिम रेलवे के 5500 किमी लंबे रेलमार्ग पर कवच 4.0 प्रणाली की स्थापना की जाएगी। सभी रेलमार्ग टक्कररोधी बन सकेंगे।

1 minute read
Google source verification
jalore train news

Photo- Patrika

Indian Railways: उत्तर पश्चिम रेलवे के जोधपुर सहित चारों मंडलों के रेलमार्ग को टक्कररोधी बनाया जाएगा। इसके लिए जोन को अत्याधुनिक कवच प्रणाली से लैस करने के लिए 2300 करोड़ रुपए की स्वीकृति दी गई है।

Train News: सभी रेल मार्ग टक्कररोधी बन सकेंगे

जोन के 5500 किमी लंबे रेलमार्ग पर कवच 4.0 प्रणाली की स्थापना की जाएगी। सभी रेलमार्ग टक्कररोधी बन सकेंगे। उत्तर पश्चिम रेलवे के 5561 किलोमीटर रेल मार्ग में लगभग 2300 करोड़ रुपए की लागत के साथ स्वदेशी कवच प्रणाली का कार्य स्वीकृत है।

North Western Railway: कवच प्रणाली की विशेषताएं

  • कवच एक स्वदेशी रूप से विकसित ट्रेन सुरक्षा प्रणाली है। इसे ट्रेन की गति की निगरानी और नियंत्रण करके दुर्घटनाओं को रोकने के लिए डिजाइन किया गया है।
  • इसे सुरक्षा अखंडता स्तर- 4 (एसआइएल- 4) पर डिजाइन किया गया है। यह सुरक्षा डिजाइन का उच्चतम स्तर है।
  • कवच का विकास 2015 में शुरू हुआ। इस प्रणाली का तीन वर्ष से अधिक समय तक परीक्षण किया गया।
  • तकनीकी सुधारों के बाद, इस प्रणाली को दक्षिण मध्य रेलवे में स्थापित किया गया। पहला परिचालन प्रमाणपत्र 2018 में दिया गया।
  • विकसित कवच 4.0 को मई में 160 किमी प्रति घंटे तक की गति के लिए अनुमोदित किया गया।

इनका कहना है

स्वदेशी टक्कररोधी प्रणाली कवच की स्थापना के लिए जोधपुर, अजमेर, जयपुर और मण्डल में शेष बचे रेल मार्ग में कवच प्रणाली स्थापित करने के लिए टेण्डर प्रक्रिया प्रगति पर है।

  • शशिकिरण, मुख्य जनसंपर्क अधिकारी, उत्तर पश्चिम रेलवे, जयपुर