World Photography Day 2025: फोटोग्राफी की दुनिया लगातार बदल रही है। पहले जहां कैमरा सिर्फ पलों को कैद करने का साधन था, आज वह तकनीक और क्रिएटिविटी के संगम का प्रतीक बन चुका है। आधुनिक दौर में ड्रोन और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) ने इस कला को नए आयाम दिए हैं। शादी-ब्याह हो, कॉर्पोरेट इवेंट्स, खेल प्रतियोगिताएं या फिर फिल्म इंडस्ट्री हर जगह इनका प्रभाव साफ नजर आता है।
विश्व फोटोग्राफी दिवस हर साल 19 अगस्त को मनाया जाता है। यह दिन सिर्फ तस्वीरें लेने का नहीं बल्कि फोटोग्राफी के इतिहास, महत्व और कला को समझने का अवसर है। फोटोग्राफी हमारी यादों को संजोती है और हर पल की कहानी बयां करती है। ये वो दिन है जब पलों को सहेजने की कला का विशिष्ट सम्मान होता है। दिन उन सभी कलाकारों और शौक़ीन लोगों को समर्पित है, जो कैमरे के ज़रिए जीवन के खास पलों को कैद करते हैं।
इस साल की थीम ‘मेरी पसंदीदा तस्वीर’ है। बदलते दौर में लोगों की पसंदीदा तस्वीर लेने में ड्रोन और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) अहम भूमिका निभा रहे हैं। ड्रोन से खींची गई तस्वीरें और वीडियो तथा एआई से एडिट हुई तस्वीरें लोगों को खूब पसंद आ रही हैं।
फोटोग्राफी की शुरुआत 19वीं सदी में हुई थी। पहला स्थायी फोटो 1826 में फ्रांसीसी आविष्कारक जोसेफ नियसेफोर निप्से ने लिया था। धीरे-धीरे फोटोग्राफी कला और विज्ञान का अहम हिस्सा बन गई। अंतरराष्ट्रीय फोटोग्राफी दिवस की शुरुआत 19 अगस्त 1839 को हुई थी। फ्रांस सरकार ने लुई डैगुएर की खोज ‘डैगुएरोटाइप’ को जनता के लिए पेश किया था। इसे आधुनिक फोटोग्राफी की शुरुआत माना जाता है।
फोटोग्राफर अब शादी, प्री-वेडिंग, मेटरनिटी, बेबी शूट और प्रोडक्ट फोटोग्राफी तक में ड्रोन और एआई का प्रयोग कर रहे हैं। इन तकनीकों के इस्तेमाल से न केवल तस्वीरों में नयापन आ रहा है, बल्कि फोटोग्राफरों की पहचान और मार्केट वैल्यू भी तेजी से बढ़ रही है। तस्वीरों में क्रिएटिव इफेक्ट्स जोड़कर उन्हें और आकर्षक बनाया जा रहा है, जिससे लोगों को संतुष्टि और खुशी मिल रही है।
एक्सपर्ट- प्रवीण देवांगन, धनराज डोडवानी, राहुल आहुजा ने बताया कि उच्च-रिजॉल्यूशन कैमरे और सेंसर से लैस ड्रोन अब निर्माण निगरानी, रियल एस्टेट और फिल्म निर्माण जैसे क्षेत्रों में उपयोगी साबित हो रहे हैं। छत्तीसगढ़ी फिल्मों और शहर में शूट होने वालेे वीडियो एलबम और शॉर्ट फिल्मों में भी ड्रोन का उपयोग किया जा रहा है। ड्रोन में पूरी गैदरिंग कवर करने में एरियल शॉट, 360 शॉट निकलने में बहुत उपयोग करने के साथ ही लोग काफी पसंद भी कर रहे हैं। अभी लगभग सभी इवेंट में ड्रोन का उपयोग किया जा रहा है।
एक्सपर्ट्स का कहना है कि एआई ने फोटोग्राफी में एक नए युग की शुरुआत की है। एआई के जरिए तस्वीरों में बैकग्राउंड, ड्रेस और कलर तक बदले जा रहे हैं। किसी को यदि फोटो का बैकग्राउंड पसंद नहीं आता तो उसे मिनटों में बदल दिया जाता है। शादी-पार्टी, पर्व या उत्सव के अनुसार ड्रेस और थीम बदलकर फोटो को और भी निखारा जा रहा है। फोटोग्राफर गूगल और एडवांस सॉफ्टवेयर की मदद से एआई के जरिए तस्वीरों में बदलाव कर उसे डिजाइन करते हैं। नतीजा यह होता है कि क्लाइंट को उनकी पसंद के मुताबिक यूनिक और आकर्षक तस्वीरें मिलती हैं।
ड्रोन और एआई के इस संयोजन ने न केवल फोटोग्राफरों को नए अवसर दिए हैं, बल्कि उनकी रचनात्मकता को भी पंख दिए हैं। यही वजह है कि बाजार में इनकी मांग लगातार बढ़ रही है। फोटोग्राफी अब सिर्फ यादें कैद करने तक सीमित नहीं रही, बल्कि तकनीक के सहारे यह एक क्रिएटिव और इंटरैक्टिव अनुभव बन चुकी है।
शहर में अभी एक हजार से ज्यादा प्रोफेशनल और शौकिया लोग ड्रोन का उपयोग कर रहे हैं। कीमतें कम होने के कारण अभी हर कोई ड्रोन ले रहा है। अभी ड्रोन एआई सिस्टम वाले आ रहे हैं। इसमें आसानी सेे फोटोग्राफर फोटो और वीडियो में बदलाव करते हैं।
Published on:
19 Aug 2025 04:01 pm