
नींद की कमी से जूझने की प्रतीकात्मक तस्वीर | Photo- Pexels
Heart Failure and melatonin Link : नींद की कमी का हार्ट फेलियर से कनेक्शन मेडिकल साइंस में नई बात नहीं है। अब इसको लेकर एक नई स्टडी में कुछ बातें सामने आई हैं। अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन ने एक स्टडी में क्रोनिक अनिद्रा (chronic insomnia) से पीड़ित हजारों वयस्कों के स्वास्थ्य रिकॉर्ड की समीक्षा की गई। इस रिव्यू में पाया गया कि जिन लोगों ने एक वर्ष से अधिक समय तक निर्धारित मेलाटोनिन लिया, उनमें हृदय गति रुकने (Heart Failure) की संभावना दिखी और नींद की कमी से जूझ रहे 3 हजार मरीजों ने पहली बार हार्ट फेलियर का अनुभव भी किया।
इसको लेकर निद्रा चिकित्सा और हृदय रोग विशेषज्ञों (sleep medicine experts and cardiologists) से मिली-जुली प्रतिक्रियाएं आई हैं। इनका मानना है कि आम लोग घबराएं नहीं। जो लोग लंबे समय से मेलाटोनिन का उपयोग कर रहे हैं उन पर आगे भी रिसर्च किया जाएगा, तब जाकर ये पूरी तरह स्पष्ट हो पाएगा कि मेलाटोनिन का यूज लंबे समय तक करना हार्ट फेलियर के रिस्क को कितना बढ़ाता है।
आइए, पत्रिका स्पेशल में 'द वाशिंगटन पोस्ट' की रिपोर्ट को आसान भाषा में पढ़ते हैं-
अध्ययन की समीक्षा करने वाले कई विशेषज्ञों ने उन सीमाओं का भी उल्लेख किया है जिनके कारण यह निर्धारित करना चुनौतीपूर्ण हो जाता है कि क्या और कैसे लंबे समय तक मेलाटोनिन का उपयोग हृदय गति रुकने को प्रभावित कर सकता है। हार्ट फेल्टोर तब होता है जब आपका हृदय उतनी अच्छी तरह से पंप नहीं कर रहा होता जितना उसे करना चाहिए।
मेलाटोनिन एक हार्मोन है जो शाम के समय मस्तिष्क की पीनियल ग्रंथि द्वारा स्रावित होता है। यह संकेत तंत्र के रूप में कार्य करता है कि सोने का समय हो गया है। लेकिन कुछ डॉक्टर पुरानी अनिद्रा के इलाज के लिए मेलाटोनिन सप्लीमेंट्स के इस्तेमाल की सलाह नहीं देते हैं, क्योंकि उनका मानना है कि इसकी प्रभावकारिता के प्रमाण सीमित और असंगत हैं। हालांकि, इसको लेकर ठोस रिसर्च भी नहीं हुए हैं।
येल स्कूल ऑफ मेडिसिन में कार्डियोवैस्कुलर मेडिसिन की एसोसिएट प्रोफेसर जॉयस ओएन (Joyce Oen-Hsiao) ने कहा, "अच्छी नींद लेना दिल की सेहत के लिए बेहद जरूरी है। उन्होंने बताया कि शोध में पाया गया है कि जो लोग अच्छी नींद नहीं लेते, उनका ब्लड प्रेशर अधिक होता है। इस कारण उन्हें हृदय संबंधी समस्याएं ज्यादा होती हैं।"
उन्होंने बताया कि मेलाटोनिन एक अच्छा एंटीऑक्सीडेंट भी है। ये हृदय गति को रोकने में लाभकारी हो सकता है। कुछ शोध बताते हैं कि एक निश्चित समय और खुराक पर लिए जाने पर मेलाटोनिन सप्लीमेंट रक्तचाप को नियंत्रित करने में भी मदद कर सकते हैं।
ओएन-ह्सियाओ, जो इस शोध में शामिल नहीं थी, ने कहा कि नई स्टडी, "ये एकमात्र ऐसा अध्ययन है जो कह रहा है कि मेलाटोनिन हृदयाघात का कारण बन सकता है।"
साथ ही नई रिपोर्ट के प्रमुख लेखक एकेनडिलिचुकु ननाडी ने कहा कि मौजूदा शोध अधिक मूल्यवान है और मेलाटोनिन के जैविक प्रभावों की समझ को बढ़ाता है।
नए अध्ययन में मेलाटोनिन यूज और हार्ट फेलियर के बढ़ते रिस्क को बताया गया है। इसके लिए 130,000 का मरीजों का डेटा लिया गया जिनका अनिद्रा को लेकर इलाज चल रहा है। इसमें से करीब 65 हजार मेलाटोनिन का इस्तेमाल एक साल से कर रहे हैं। वहीं, 3 हजार ऐसे नींद के मरीज हैं जो करीब पांच साल से मेलाटोनिन का यूज कर रहे हैं और वो पहली बार हार्ट फेल होने का अनुभव किए।
विशेषज्ञ ननाडी ने कहा, "मेलाटोनिन को आम तौर पर एक बेहद सुरक्षित सप्लीमेंट माना जाता है, जिसे लेकर लोग और यहां तक कि डॉक्टर भी, अधिक चिंतित नहीं होते, इसलिए हमें सचमुच उम्मीद नहीं थी कि इसके लंबे समय तक इस्तेमाल से दिल का दौरा पड़ने, अस्पताल में भर्ती होने और मौत की दर बढ़ने का कोई स्पष्ट संकेत मिलेगा।"
हालांकि, ननाडी ने ये भी कहा कि मेलाटोनिन का हार्ट फेलियर से सीधा कोई संबंध नहीं है।
एक्सपर्ट ओएन-ह्सियाओ ने बताया, मेलाटोनिन का यूज बिल्कुल ना करें। ये कहने के लिए फिलहाल पर्याप्त जानकारी नहीं मिली है। वहीं, अमेरिकन अकादमी ऑफ स्लीप मेडिसीन के एक्सपर्ट का कहना है कि दिल की बीमारी वालों को इसके इस्तेमाल से बचना चाहिए। या डॉक्टर की देख-रेख में यूज करना चाहिए।
(वाशिंगटन पोस्ट का यह आलेख पत्रिका.कॉम पर दोनों समूहों के बीच विशेष अनुबंध के तहत पोस्ट किया गया है)
Published on:
05 Nov 2025 07:00 am
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