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फोटोग्राफी और पिकनिक का परफेक्ट डेस्टिनेशन! छत्तीसगढ़ का Kodar Dam, जानें इसकी खासियत…

Kodar Dam in CG: कोडार जलाशय, जिसे शहीद वीरनारायण सिंह बांध कोडार जलाशय परियोजना के नाम से भी जाना जाता है, छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले में स्थित एक प्रमुख जलाशय है।

फोटोग्राफी और पिकनिक का परफेक्ट डेस्टिनेशन(PHOTO-PATRIKA)
फोटोग्राफी और पिकनिक का परफेक्ट डेस्टिनेशन(PHOTO-PATRIKA)

Kodar Dam in CG: कोडार जलाशय, जिसे शहीद वीरनारायण सिंह बांध कोडार जलाशय परियोजना के नाम से भी जाना जाता है, छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले में स्थित एक प्रमुख जलाशय है। यह जलाशय न केवल सिंचाई और जल आपूर्ति के लिहाज़ से महत्वपूर्ण है, बल्कि पर्यटन की दृष्टि से भी अत्यंत आकर्षक स्थल बन चुका है। विशेष रूप से यहां स्थित "वन चेतना केंद्र कोडार" इस स्थान को और भी लोकप्रिय बनाता है, जहां पर्यटक प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद लेने के साथ-साथ वन्यजीवों और पर्यावरणीय जागरूकता से जुड़ी गतिविधियों में भाग लेते हैं।

हर साल बड़ी संख्या में लोग पिकनिक मनाने, फोटोग्राफी करने और शांति भरे वातावरण में समय बिताने यहां पहुंचते हैं। यह स्थल परिवारों और छात्रों के लिए ज्ञानवर्धक व मनोरंजक अनुभव प्रदान करता है। शांत जलराशि, हरियाली और खुले वातावरण के कारण कोडार जलाशय छत्तीसगढ़ के उभरते हुए पर्यटन स्थलों में एक महत्वपूर्ण नाम बन चुका है।

Kodar Dam in CG: सिंचाई व्यवस्था- कोडार जलाशय की कृषि में भूमिका

कोडार जलाशय महासमुंद जिले की कृषि अर्थव्यवस्था की रीढ़ माना जाता है। शहीद वीरनारायण सिंह बांध के तहत निर्मित यह जलाशय मुख्य रूप से सिंचाई के उद्देश्य से बनाया गया था, जिससे क्षेत्र के किसानों को वर्षभर पानी की उपलब्धता सुनिश्चित हो सके। वर्तमान में कोडार जलाशय से लगभग 50 गांवों के खेतों में सिंचाई की जाती है, जिससे कुल 16,756 हेक्टेयर कृषि भूमि लाभान्वित होती है।

इस जलाशय से नहरों और वितरण प्रणाली के माध्यम से किसानों को खेतों तक पानी पहुंचाया जाता है। इससे धान, गेहूं, चना, मक्का जैसे प्रमुख फसलों की खेती सुचारु रूप से हो पाती है। मानसून की अस्थिरता के बावजूद कोडार जलाशय की वजह से किसानों को एक स्थायी जल स्रोत मिलता है, जिससे खेती पर उनकी निर्भरता बनी रहती है।

यह जलाशय न केवल खाद्य सुरक्षा में योगदान देता है, बल्कि ग्रामीण आजीविका और क्षेत्रीय आर्थिक विकास को भी सशक्त करता है। इसके चलते महासमुंद जिले के कई गांवों में खेती की उत्पादकता और किसानों की आय में वृद्धि हुई है। कोडार जलाशय इस क्षेत्र के लिए जल संसाधन प्रबंधन का एक बेहतरीन उदाहरण बन चुका है।

कोडार बांध में 22 फीट तक पहुंचा पानी, लेकिन अभी भी क्षमता से नीचे

अगस्त 2025 माह का पहला सप्ताह बीतने को है और कोडार बांध क्षेत्र में 660 मिमी बारिश हुई है। बांध में 22 फीट पानी भरा है। सावन में लगातार हुई बारिश से जल स्तर में वृद्धि तो हुई है, लेकिन क्षमता से जलस्तर अभी भी काफी कम है। कोडार बांध में 31 फीट पानी में फुल हो जाता है। अभी 55 प्रतिशत ही पानी है। मिली जानकारी के अनुसार कोडार बांध क्षेत्र में प्रतिशत 1117 मिमी औसत वर्षा होती है। अब तक यहां 660 मिमी बारिश हुई है। इस तरह देखा जाए तो इस वर्ष कोडार क्षेत्र में कम बारिश हुई है।

कोड़ार बांध जिले का सबसे बड़ा बांध है और यह बांध भी मानसून पर ही निर्भर है। मानसून अच्छा होने पर बांध में सबसे ज्यादा पानी होता है। कोडार बांध से खरीफ और रबी फसल दोनों के लिए पानी दिया जाता है, लेकिन आगामी दिनों में खरीफ फसल के लिए पानी दिया जाएगा। यदि यही स्थिति रही तो रबी सीजन में पानी मिलना मुश्किल हो जाएगा।

पिछले कुछ दिनों से बारिश नहीं होने से किसान कोड़ार बांध से पानी छोड़ने की मांग कर रहे हैं। लगभग 10 गांवों के ग्रामीणों ने पत्र लिखकर मांग कर चुके हैं। हालांकि, बांध में अभी 22 फीट ही पानी है। जल संसाधन विभाग के ईई एके खरे ने बताया कि 22 फीट पानी है और किसानों की मांग पर आज पानी छोड़ा जाएगा।

कोडार जलाशय की सुविधाएं और साहसिक गतिविधियाँ

कोडार जलाशय केवल एक प्राकृतिक जल स्रोत या सिंचाई परियोजना ही नहीं, बल्कि एक विकसित पर्यटन स्थल भी है जहाँ पर्यटकों के लिए अनेक सुविधाएं और साहसिक अनुभव उपलब्ध हैं। यहां आने वाले पर्यटक बोटिंग का आनंद ले सकते हैं, जिसमें पैडल बोट और मोटर बोट दोनों विकल्प मौजूद हैं।

जलाशय के किनारे बनाए गए टेंट हाउस पर्यटकों को ठहरने की एक अलग और रोमांचक अनुभूति प्रदान करते हैं, जहाँ वे प्रकृति के करीब रहकर समय बिता सकते हैं।इसके अलावा, यहां विभिन्न प्रकार की खेल सुविधाएं और आउटडोर गतिविधियां भी उपलब्ध हैं, जो परिवारों, युवाओं और बच्चों के लिए आकर्षण का केंद्र बनी हुई हैं।

कोडार जलाशय एडवेंचर टूरिज्म के लिए भी जाना जाता है। ट्रैकिंग, बर्ड वॉचिंग, कैंपिंग, नेचर वॉक, और जलक्रीड़ा जैसी गतिविधियों के कारण यह स्थल रोमांच प्रेमियों को भी खूब लुभाता है। शांत वातावरण, हरियाली और खुला आकाश इस स्थान को शहरी भीड़-भाड़ से दूर एक परिपूर्ण एडवेंचर डेस्टिनेशन बनाते हैं। इन सुविधाओं और रोमांचक अनुभवों के चलते कोडार जलाशय छत्तीसगढ़ के सबसे आकर्षक और बहुउद्देशीय पर्यटन स्थलों में एक बन गया है।