जयपुर। देवस्थान विभाग की ओर से वित्तीय वर्ष 2025-2026 की वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा योजना के लिए प्रदेशभर से वरिष्ठ नागरिकों द्वारा आवेदन मांगे गए थे। आवेदन की अंतिम तिथि के बाद आए आंकड़ों के अनुसार इस यात्रा के लिए प्रदेशभर से 1.84 लाख से ज्यादा बुजुर्गों ने आवेदन किया। आंकड़ों के मुताबिक विभागीय अधिकारियों के अनुसार बीते साल के मुकाबले इस साल 40 फीसदी आवेदन अधिक हुए हैं।
इस बार की यात्रा के लिए सर्वाधिक आवेदन हवाई मार्ग से काठमांडू स्थित पशुपति नाथ मंदिर के दर्शन के लिए किए गए हैं। महज छह हजार सीटों के लिए प्रदेशभर से 85,036 लोगों ने आवेदन किए। कई बुजुर्गों ने रेल के साथ हवाईयात्रा का भी ऑप्शन भरा है। अब अगले सप्ताह लॉटरी निकाली जाएगी। इसमें तय सीटों के आधार पर तीर्थयात्रियों का चयन किया जाएगा। इसके साथ ही सितंबर महीने में पहली ट्रेन रवाना की जाएगी।
प्रदेशभर से 85 हजार से अधिक तीर्थयात्रियों ने पशुपति नाथ मंदिर दर्शन के लिए आवेदन किया है। यहां पर जाने के लिए हवाई यात्रा निर्धारित है। जबकि योजना के मुताबिक, कुल 6 हजार बुजुर्गों को ही हवाई यात्रा कराई जानी है। ऐसे में 14 आवेदनों में से 1 बुजुर्ग को हवाई यात्रा का लाभ मिलेगा। यह पूरी तरह से लॉटरी पर निर्भर होगा।
राजस्थान में वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा योजना के लिए इस बार जयपुर जिले से सबसे अधिक आवेदन किए गए, जहां कुल 11,378 वरिष्ठ नागरिकों ने योजना का लाभ लेने के लिए पंजीकरण कराया। वहीं, सबसे कम आवेदन जैसलमेर जिले से आए, जहां यह संख्या मात्र 449 रही।
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, विभिन्न तीर्थ स्थलों के लिए कुल 1 लाख से अधिक आवेदन प्राप्त हुए हैं। इनमें सबसे ज्यादा लोकप्रिय रहा रामेश्वरम-मदुरई का मार्ग, जिसके लिए 44,596 आवेदन दर्ज हुए। इसके बाद जगन्नाथपुरी-कोणार्क के लिए 12,288 और गंगासागर-कोलकाता के लिए 9,885 लोगों ने आवेदन किया।
अन्य प्रमुख मार्गों में हरिद्वार, ऋषिकेश, अयोध्या, वाराणसी, सारनाथ (9,780 आवेदन), द्वारकापुरी-नागेश्वर-सोमनाथ (7,800), तिरुपति-पद्मावती (7,242), तथा महाकालेश्वर-उज्जैन-ओंकारेश्वर-त्र्यंबकेश्वर-घृष्णेश्वर-एलोरा (6,862) शामिल हैं।
इसके अलावा, कामाख्या-गुवाहाटी (6,035), मथुरा-वृंदावन-बरसाना-आगरा-अयोध्या (5,268), वैष्णोदेवी-अमृतसर-वाघा बॉर्डर (3,293), सम्मेदशिखर-पावापुरी-वाराणसी-सारनाथ (868), गोवा के मंदिर व चर्च (684), श्री हजूर साहिब नांदेड़, महाराष्ट्र (374), पटना साहिब, बिहार (231) और बिहार शरीफ (96) के लिए भी आवेदन प्राप्त हुए हैं।
इस बार के आंकड़े बताते हैं कि धार्मिक आस्था और पर्यटन को बढ़ावा देने वाली यह योजना प्रदेश के वरिष्ठ नागरिकों में लगातार लोकप्रिय हो रही है। बता दें कि इस साल कुल 56 हजार बुजुर्गों को मुफ्त तीर्थ यात्रा कराने की योजना है, जिसमें से 6 हजार बुजुर्गों को हवाई सफल का आनंद मिलेगा। वहीं 50 हजार बुजुर्गों को एसी ट्रेन से विभिन्न जगहों की तीर्थ यात्रा कराई जाएगी।
योजना के लिए प्रदेश में सबसे ज्यादा 11 हजार 378 आवेदन जयपुर और सबसे कम 449 आवेदन जैसलमेर से हुए हैं। फलौदी में महज 721 यात्रियों के आवेदन हुए हैं। योजना के तहत 50 हजार वरिष्ठ नागरिकों को रेल और छह हजार को काठमांडू पशुपतिनाथ की यात्रा करवाई जाएगी। यात्रा के लिए रेलमार्ग से रामेश्वरम- मदुरई वरिष्ठ नागरिकों की पहली और बिहार शरीफ अंतिम पसंद रही।
यात्रा के लिए बीते साल के मुकाबले अधिक आवेदन हुए हैं। अगले सप्ताह लॉटरी के बाद सितंबर से ट्रेनों की रवानगी का सिलसिला शुरू होगा। -जोराराम कुमावत, देवस्थान विभाग मंत्री
Published on:
13 Aug 2025 04:24 pm