Sudden Death in India | प्रतीकात्मक फोटो | डिजाइन- पत्रिका
Sudden Death Reason : हंसते-खेलते मौत हो जाने की खबर सुनकर लगता है कि ये कैसे हो गया। मगर, कई बार ऐसा होता है। कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. गौरव सिंघल कहते हैं कि इस तरह की मौत का सीधा संबंध लोग हार्ट अटैक से जोड़ देते हैं। जबकि, इस तरह के अधिकतर केस में मौत का कारण दिल का दौरा नहीं होता है। ऐसे में सवाल ये उठता है कि तो फिर इस तरह की "अचानक मौत" का क्या कारण हो सकता है? कोई पूरी तरह से स्वस्थ आदमी कैसे चलते-फिरते मर सकता है? आइए, इस बात को आसान भाषा में समझते हैं-
अगर हाल-फिलहाल की कुछ खबर पर नजर डालें तो "तेलांगना में 10वीं क्लास के बच्चे का खेलते-खेलते मर जाना…", ऐसी और भी कई खबरें हैं। डॉ. गौरव सिंघल कहते हैं कि हार्ट अटैक से इतनी जल्दी आदमी नहीं मरता है। दरअसल, ये कार्डियक अरेस्ट होता है। ये हार्ट से अधिक खतरनाक है, इसमें आदमी का बचना ना के बराबर हो जाता है। अगर समय पर अस्पताल पहुंचे और इलाज हो गया तो बच सकते हैं। मगर अधिकतर केसों में ऐसा नहीं होता।
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के प्रो. एम रब्बानी ने एनडीटीवी के साथ बातचीत में कार्डियक अरेस्ट के बारे में बताया था कि जब किसी हेल्दी पर्सन की मौत 1 घंटे के भीतर हो जाए तो उसे कार्डियक अरेस्ट मानते हैं।
हार्ट अटैक और कार्डियक अरेस्ट, दोनों में से कौन कितना खतरनाक है। आप इस बात को मरने के चांसेज से समझ सकते हैं। ये आकलन इस बात की ओर इशारा करता है कि कार्डियक अरेस्ट कितना खतरनाक है।
हार्ट फाउंडेशन के आंकड़ों के मुताबिक, 20 सालों में कार्डियक अरेस्ट के मामलों में 22 प्रतिशत बढ़ोत्तरी हुई है। साथ ही सबसे अधिक मौतें कार्डियक अरेस्ट से होती है।
डॉ. गौरव कहते हैं, कार्डियक अरेस्ट होने पर दिल तुरंत काम करना बंद कर देता है। अधिकतर मामलों में कार्डियक अरेस्ट होने पर मरीज तुरंत अस्पताल नहीं पहुंच पाता। दूसरा कारण, ठीक से CPR नहीं देने के कारण भी मौत हो जाती है। क्योंकि, 2% से भी कम भारतीय सीपीआर देने के लिए ट्रेन्ड हैं, जबकि पश्चिम देशों में ये आंकड़ा 18 प्रतिशत तक है।
कार्डियक अरेस्ट से बचाने के लिए अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन की सलाह है, फास्ट एक्शन के साथ कार्डियक अरेस्ट वाले व्यक्ति को बचाया जा सकता है। इसलिए, 10-20 मिनट के भीतर अस्पताल लेकर जाएं। सही तरीके से सीपीआर दें या फिर आपातकालीन नंबर पर कॉल करके सहायता लें। क्योंकि, जितनी देरी होगी, बचाने की संभावना घटती जाएगी।
Published on:
13 Sept 2025 05:37 pm
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