Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

PM मोदी के दौरे से पहले क्यों उठा ‘कन्हैयालाल हत्याकांड’ का मुद्दा? अशोक गहलोत ने NIA पर लगाए ये आरोप

Rajasthan News: पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उदयपुर के कन्हैयालाल हत्याकांड को लेकर केंद्र और प्रदेश की बीजेपी सरकार पर जमकर निशाना साधा।

3 min read
Google source verification
Ashok Gehlot and PM Modi

फोटो- एक्स हैंडल

Rajasthan News: राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जयपुर में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में उदयपुर के कन्हैयालाल हत्याकांड को लेकर केंद्र और प्रदेश की बीजेपी सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए कहा कि तीन साल बीत जाने के बावजूद इस जघन्य हत्याकांड के दोषियों को सजा क्यों नहीं मिली।

अशोक गहलोत ने बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाते हुए दावा किया कि हत्याकांड के मुख्य आरोपी बीजेपी कार्यकर्ता थे और उनकी तत्कालीन बीजेपी नेता गुलाबचंद कटारिया के साथ तस्वीरें भी सामने आई थीं।

कन्हैयालाल हत्याकांड का जिक्र

उदयपुर में 28 जून 2022 को दर्जी कन्हैयालाल की दो व्यक्तियों द्वारा बेरहमी से हत्या कर दी गई थी। इस घटना ने पूरे देश को झकझोर दिया था। गहलोत ने कहा कि उनकी सरकार ने घटना के महज तीन घंटे के भीतर मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था और पीड़ित परिवार को 50 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी थी।

उन्होंने दावा किया कि यदि उनकी सरकार सत्ता में होती तो छह से आठ महीने में दोषियों को फांसी या उम्रकैद की सजा हो चुकी होती। गहलोत ने सवाल उठाया कि एनआईए तीन साल में भी इस मामले में ठोस कार्रवाई क्यों नहीं कर पाई।

बीजेपी पर गंभीर आरोप

गहलोत ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि हत्याकांड के मुख्य आरोपी बीजेपी के कार्यकर्ता थे और उनकी तस्वीरें गुलाबचंद कटारिया के साथ सामने आई थीं। उन्होंने दावा किया कि आरोपियों को पहले भी पकड़ा गया था, लेकिन बीजेपी नेताओं ने उन्हें थाने से छुड़वाने की कोशिश की। हालांकि, गहलोत ने यह भी कहा कि तस्वीर का होना अपने आप में पूर्ण सबूत नहीं है।

उन्होंने पीड़ित परिवार से हाल ही में मुलाकात का जिक्र करते हुए कहा कि कन्हैयालाल के बेटे ने बताया कि उनके बयान तक दर्ज नहीं किए गए हैं। गहलोत ने यह भी आरोप लगाया कि कन्हैयालाल की पत्नी को मुआवजे की राशि को कम बताने के लिए दबाव डाला गया।

यहां देखें वीडियो-


एनआईए की जांच में देरी क्यों?

गहलोत ने एनआईए की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा कि जांच में देरी के पीछे राजनीतिक दबाव और बीजेपी नेताओं की भूमिका हो सकती है। उन्होंने बताया कि कुछ आरोपियों को राजस्थान हाईकोर्ट से जमानत मिल चुकी है। सितंबर 2024 में मोहम्मद जावेद को जमानत दी गई, जिसे कन्हैयालाल के बेटे ने सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी।

इसके अलावा, फरहाद मोहम्मद शेख को फरवरी 2024 में आर्म्स एक्ट के तहत जमानत मिली थी। गहलोत ने कहा कि यह देरी पीड़ित परिवार और समाज के विश्वास को कमजोर कर रही है।

गहलोत की पीएम मोदी से अपील

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगामी राजस्थान दौरे का जिक्र करते हुए गहलोत ने कहा कि पीएम को कन्हैयालाल के परिवार से मिलकर उन्हें न्याय का भरोसा देना चाहिए। उन्होंने यह भी मांग की कि पीएम इस मामले में अब तक हुई जांच की प्रगति को सार्वजनिक करें। गहलोत ने कहा कि यह केवल एक परिवार की नहीं, बल्कि पूरे समाज की लड़ाई है।

उन्होंने यह भी याद दिलाया कि पीएम ने अपने पिछले दौरे में मानगढ़ धाम को राष्ट्रीय स्मारक घोषित करने का वादा किया था, जो अब तक पूरा नहीं हुआ।

भजनलाल सरकार पर हमला

गहलोत ने बीजेपी की भजनलाल सरकार पर भी हमला बोला। उन्होंने चित्तौड़गढ़ के कपासन में एक युवक के साथ कथित मारपीट का मामला उठाया, जिसमें बीजेपी विधायक के परिवार पर आरोप है। गहलोत ने कहा कि युवक के दोनों पैरों में 25 फ्रैक्चर हैं और वह अहमदाबाद के अस्पताल में भर्ती है, लेकिन आरोपियों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने कहा कि लोग कह रहे हैं कि राजस्थान में सरकार नाम की कोई चीज नहीं है।