
भारत समुद्रयान मिशन लॉन्च करने की तैयारी कर रहा है। (Photo: IANS)
Samudrayaan Mission: भारत ने वर्ष 2019 में चंद्रयान मिशन (Chandryaan Mission) सफलता के साथ लॉन्च किया। सूर्य मिशन (Surya Mission) को वर्ष 2023 में लॉन्च किया गया। वर्ष 2025 के दिसंबर में गगनयान मिशन (Gaganyaan Mission) के लॉन्च करने की पूरी तैयारी है। इसके साथ ही भारत की नजर अब समुद्र की गहराई में उतरकर दुनिया के कुछ ताकतवर देशों की फेहरिस्त में शामिल होना है। भारत के पास 11,098 किलोमीटर लंबी समुद्री तटरेखा है और वह इस अभियान के साथ ब्लू इकॉनमी को रफ्तार देना चाहता है।
Launch date of Samudrayaan: इसी महीने की शुरुआत में दो भारतीय "जलयात्रियों" ने फ्रांसीसी पोत नॉटाइल पर सवार होकर अटलांटिक महासागर की गहराई में उतर यात्रा की। भारतीय नौसेना से सेवानिवृत्त Cdr (Retd) Jatinder Pal Singh और राजू रमेश (Raju Ramesh) क्रमशः समुद्र तल में 5,002 मीटर और 4,025 मीटर की गहराई तक नीचे गए। उनकी यह यात्रा आगामी समुद्रयान परियोजना के तहत गहरे समुद्र में अन्वेषण की तैयारी के उद्देश्य के तहत किया गया था। तीन लोगों को 6,000 मीटर की गहराई तक भेजने की योजना पर काम कर रहा है। वर्ष 2027 तक मत्स्य-6000 के जरिए तीनों को समुद्र तल तक ले जाने की व्यवस्था करेगा। इसके लिए केंद्रीय बजट 2025-26 में समुद्रयान मिशन के लिए 600 करोड़ रुपये आवंटित कर दिया है।
What is Matsya 6000: यह वह वाहन तीनों जलयात्रियों को समुद्र में 6000 मीटर की गहराई तक ले जाएगा। इसका डिजाइन एक बड़ी मछली की तरह डिज़ाइन किया जाएगा। इस वाहन में 2.1 मीटर व्यास का एक "कार्मिक गोला" होगा, जहां से मनुष्य इस मिशन को संचालित करेगा। कार्मिक क्षेत्र टाइटेनियम मिश्र धातु से बना होगा। यह वाहन 12 घंटे के मिशन के लिए तीन मानवों को संभाल सकेगा और वहीं आपातकालीन स्थिति में 96 घंटे तक उन्हें सहायता प्रदान करने की व्यवस्था भी होगी।
Purpose of Samudrayaan: केंद्र सरकार इस मिशन के जरिए आर्थिक विकास के लिए समुद्री संसाधनों का दोहन करने की दिशा में आगे कदम बढ़ा चुका है। इस अभियान के जरिए भारत समुद्र में 6000 मीटर तक की गहराई में उतरकर कई अनछुए खनिज, ईंधन और जैव विविधता से जुड़े मौजूद संसाधनों का दोहन करना चाह रहा है। इस मिशन के जरिए समुद्र की गहराई में जीव-जंतुओं, समुद्री जैव विविधताओं और समुद्री पारिस्थितिक तंत्र का अध्ययन करना और समुद्री जीवन के बारे में अधिक से अधिक जानकारी जुटाना होगा।
इस मिशन का उद्देश्य पानी के नीचे चलने वाले वाहनों और रोबोटिक्स के लिए प्रौद्योगिकियों का विकास करना होगा। गहरे समुद्र में पॉलीमेटेलिक नोड्यूल हासिल करना जिनका उपयोग बैटरी में किया जाता है। इसका एक प्रमुख समुद्र से ऊर्जा और ताज़ा पानी प्राप्त करने के लिए प्रौद्योगिकियों का विकास करना है। इस मिशन के तहत महासागरीय जीव विज्ञान और इंजीनियरिंग में क्षमता विकास के लिए एक उन्नत समुद्री स्टेशन की स्थापना करना भी है।
Published on:
29 Aug 2025 02:06 pm
बड़ी खबरें
View AllPatrika Special News
ट्रेंडिंग
