यह दृश्य जो आप देख रहे हैं वह बाहुबली फिल्म का नहीं है और न ही राजमाता शिवगामी देवी अमरेंद्र बाहुबली को अपने हाथों में उठाए हुए हैं। यह सीन है प्रयागराज के छोटा बघाड़ा का। यहां एक पिता अपनी पत्नी के साथ बाढ़ को पार करते हुए जा रहा है। पिता ने अपने दोनों हाथ ऊपर उठाए हुए हैं। क्योंकि उनके सीने तक तो बाढ़ का पानी है। दोनों उठे हुए हाथों में उनका नवजात पुत्र है जो अभी कुछ घंटे या कुछ दिन पहले ही इस दुनिया में आया है। पिता के साथ उसकी पत्नी यानि की नवजात की मां है…जो कि अभी भी प्रसव पीड़ा में होगी। यह परिवार अपने बच्चे को बाढ़ के पानी से दूर ले जा रहा है।
प्रयागराज शहर इन दिनों बाढ़ का दंश झेल रहा है। बाढ़ की वजह से पूरे शहर में हालात खराब हैं। गंगा-यमुना नदी रौद्र रूप धारण कर चुकी है। लगातार बढ़ता जलस्तर कछारी क्षेत्र के मोहल्लों में काफी अंदर तक घुस चुका है। अचानक ही शनिवार रात में जब लोग सोकर उठे, तो बाढ़ का पानी उनके घरों में काफी ऊपर तक चढ़ चुका था। लोग बाहर देख रहे हैं तो सिर्फ जल ही जल है। सड़के तालाब बन चुकी हैं लोगों को रास्ता समझ ही नहीं आ रहा है।
वीडियो में एक महिला और पुरुष नवजात बच्चे को बचाने के लिए जान की बाजी लगाते नजर आ रहे हैं। दोनों खुद गले तक पानी में डूबे हैं, लेकिन दुधमुंहे बच्चे को हाथों से ऊपर उठाए हुए बाढ़ के बीच सुरक्षित स्थान की ओर बढ़ रहे हैं। बच्चे को तौलिए में लपेट रखा है। थोड़ी दूर चलने के बाद युवक बच्चे को दूसरे युवक को दे देता है। फिर युवक बच्चे को ले जाने लगता है। आगे थोड़ी ज्यादा गहराई होने पर महिला भी युवक के पीठ का सहारा ले लेती है।
प्रयागराज के वायरल वीडियो पर तंज कसते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि प्रयागराज में 20 हज़ार करोड़ खर्च करने के बाद प्रयागवासियों को जलभराव के सिवा और क्या मिला? भ्रष्टाचार के गहरे गड्ढों में भरा पानी भाजपाई घपलों-घोटालों के गोरखधंधे का भंडाफोड़ कर रहा है।
Updated on:
03 Aug 2025 07:47 pm
Published on:
03 Aug 2025 05:01 pm