CG News: छत्तीसगढ़ के रायगढ जिले में 10 सूत्रीय मांगों को लेकर एनएचएम कर्मचारियों ने सोमवार से अनिश्चिकालीन धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है। आंदोलन की शुरूआत में इन्होंने अपने दिवंगत साथियों के लिए श्रद्धांजलि सभा का आयोजन कर उन्हें याद भी किया है। इस प्रदर्शन में जिले भर से 500 से अधिक की संख्या में एनएचएम कर्मचारी शामिल हुए हैं।
प्रदर्शन रहे कर्मचारियों ने बताया कि कोरोनाकाल में जान पर खेलकर इन्होंने जनता की सेवा भी की है। उस समय उनके कई साथी की मौत भी हुई। सरकार के द्वारा इन्हें कोरोना योद्धा का दर्जा भी दिया जा चुका है, लेकिन विडंबना यह है कि अनुकंपा नियुक्ति के अभाव में उनके परिवार की सुध लेने वाला कोई नहीं है। इसी के तहत शहर के मिनी स्टेडियम में सोमवार से दिवंगत समस्त एनएचएम कोरोना वॉरियर्स एवं साथियों के लिण् श्रद्धांजलि सभा का आयोजन करते हुए अनिश्चिकालीन धरना प्रदर्शन का आगाज कर दिया है।
एनएचएम की जिलाध्यक्ष शकुंतला एक्का ने बताया कि 10 सूत्रीय मांग को लेकर अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। काम करते हुए उन्हें 20 साल का लंबा वक्त बीत चुका है। कोर्ट से 2016 में आदेश आया था कि एक ही पद पर दो अलग-अलग व्यक्ति काम कर रहे है उन्हें समान वेतन दिया जाए, लेकिन सरकार इस पर अमल नहीं कर रही है। उन्होंने कहा कि वो बीते कई सालों से काम कर रही है और उनके साथ कई प्रकार भी घटनाएं भी घटित हो चुकी है। इतने वर्षों में वे अपने 16 से 17 साथियों को खो चुकी हैं।
संविलियन एवं स्थायीकरण, पब्लिक हेल्थ कैडर की स्थापना, ग्रेड पे का निर्धारण, कार्य मूल्यांकन व्यवस्था में पारदर्शिता, लंबित 27 प्रतिशत वेतन वृद्धि, नियमित भर्ती में सीटों का आरक्षक, अनुकंपा नियुक्ति, मेडिकल एवं अन्य अवकाश की सुविधा, स्थानांतरण नीति, न्यूनतम 10 लाख कैशलेश चिकित्सा बीमा।
पुसौर ब्लाक से रायगढ़ पहुंचे राम साहू ने बताया कि 2018 से अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन करते आ रहे हैं। प्रदेश के वित्त मंत्री ओपी ने यू-ट्यूब में एक वीडियो जारी करके कहा था कि अनियमित साथियों का कोई नियमितीकरण अगर कोई कर सकता है तो वह हमारी सरकार कर सकती है और 100 दिन के अंदर उनकी मांगों का निराकरण कर दिया जाएगा।
साथ ही साथ वर्तमान सरकार ने चुनावी घोषणा पत्र में मोदी की गारंटी के तहत उनकी समस्याओं का समाधान करने का वादा भी किया था, लेकिन दो साल का समय बीत चुका है। बार-बार ज्ञापन दिया जा चुका है, लेकिन किसी प्रकार की सुनवाई नहीं हो रही है। इसके लिए जिले के सभी 9 ब्लाकों से 500 से अधिक की संख्या में कर्मचारी एक जुट होकर प्रदर्शन कर रहे हैं।
Updated on:
19 Aug 2025 03:13 pm
Published on:
19 Aug 2025 03:11 pm