CG News: छत्तीसगढ़ के रायपुर में सेंट्रल जेल से उपचार के नाम पर बाहर निकला बंदी फरार हो गया, जिसे महाराष्ट्र की ओर जाते समय ट्रेन से गिरफ्तार कर लिया गया। बंदी को आंबेडकर और जिला अस्पताल छोडक़र एम्स में भर्ती कराया गया था। पकड़े जाने के बाद आरोपी की हालत देखकर, कहीं से भी ऐसा प्रतीत नहीं हो रहा था कि उसे कोई गंभीर बीमारी है। कोई ऐसा रोग हो, जिसके उपचार के लिए एम्स में भर्ती कराना पड़ गया हो।
आमतौर पर अधिकांश लोगों का सेंट्रल जेल के अस्पताल में इलाज होता है। वहां ठीक नहीं होने पर आंबेडकर, डीकेस या जिला अस्पताल में उपचार कराते हैं। बंदी फरार होने से जेल प्रबंधन की व्यवस्था को लेकर सवाल उठने लगे हैं। इससे पहले भी कई बंदी फरार हो चुके हैं।
पुलिस के मुताबिक हत्या और हत्या के प्रयास जैसे गंभीर मामलों में शामिल करण पोर्ते जेल में था। उसे शनिवार को एम्स में भर्ती कराया गया। इसके कुछ देर बाद वह भाग निकला। इसकी सूचना मिलने पर उसकी तलाश शुरू की गई। उसका पता नहीं चल पाया। इस बीच जीआरपी दुर्ग को आरोपी करण के गोंदिया जा रही ट्रेन में होने का पता चला।
सूत्रों के मुताबिक रविवार को जेल में करीब 1 किलो गांजा का गोला फेंका गया। इसे जेल के सुरक्षाकर्मियों ने जब्त कर लिया है। इसकी जांच की जा रही है। बताया जाता है कि जेल में बंद कुछ आदतन बदमाश और हाल ही में ठगी के मामले में जेल गए आरोपियों के समर्थकों ने बाहर से गांजा फेंका था।
बीमारी के नाम पर जेल अस्पताल में वीआईपी सुविधा लेने वालों की जांच हुई है। जेल में हमले के शिकार हुए विचाराधीन बंदियों की भी जांच हुई है। टीम ने उसे हिरासत में ले लिया। इसके बाद रायपुर पुलिस को सौंप दिया गया। पुलिस ने उसे फिर जेल भेज दिया।
Updated on:
08 Sept 2025 09:15 am
Published on:
08 Sept 2025 09:13 am