
छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा कार्यालय ( Photo - Patrika )
CG Board Result: माध्यमिक शिक्षा मंडल की गलती की सजा कई छात्र-छात्राओं को भुगतनी पड़ रही है। शिक्षा मंडल कार्यालय में रोजाना कई छात्र-छात्राएं मार्कशीट में सुधार के अपडेट लेने पहुंचते हैं, लेकिन ज्यादातर स्टूडेंट्स को खाली हाथ लौटना पड़ता है। जानकारों की माने तो मार्कशीट में सुधार की समस्या से हजारों छात्र-छात्राएं परेशान हैं। ऐसे विद्यार्थी कार्यालय के चक्कर लगाने को मजबूर हैं। इस विषय पर अधिकारियों से बात हुई तो उनका कहना था कि पुराने मामले में कागजात देखने में समय लगता है, लेकिन अभी कुछ साल पहले पास हुए छात्रों को भी मार्कशीट में सुधार में काफी इंतजार करना पड़ रहा है।
कई स्टूडेंट्स ऐसे भी हैं जो गलत मार्कशीट होने के कारण कहीं और प्रवेश नहीं ले पा रहे हैं। कई तो 2-3 साल से शिक्षा मंडल के कार्यालय में भटक रहे हैं। दूसरी ओर मंडल कार्यालय के कर्मचारी भी ऐसे हैं जो परेशान स्टूडेंट्स और उनके अभिभावकों को उचित तरीके से जवाब देना भी मुनासिब नहीं समझते हैं। एक तरह से सुधार की राह में विद्यार्थियों के सपने फंस रहे हैं। बड़ा सवाल यह है कि आखिर इसके लिए जिमेदार कौन हैं?
राजनांदगांव के निखलेश ने छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल रायपुर द्वारा 2021 में आयोजित 12वीं बोर्ड परीक्षा दी। पास होने के बाद जब उसे मार्कशीट मिली तो उसमें उसके नाम गलत दर्ज था। उसके नाम की स्पेलिंग गलत थी। निखलेश की जगह निखिलेश हो गया। माध्यमिक शिक्षा मंडल रायपुर में मार्कशीट सुधारने के लिए जुलाई में आवेदन दिया जिसकी पावती देते हुए कर्मचारी ने कहा कि 15 दिन बाद आकर पता कर लेना। 15 दिन बीतने के बाद जब वह पहुंचा तो बताया गया कि अभी त्रुटि सुधार नहीं हो पाया है। कुछ दिन और लगेंगे। ऐसे करते हुए आज पांच माह से ज्यादा हो गए। उन्होंने बताया कि आईटीआई का फॉर्म जमा करना है, लेकिन स्पेलिंग गलत होने के कारण समस्या हो रही है।
पंडरिया के पुष्पेंद्र बघेल ने 2023 में 12वीं पास की। मार्कशीट में नाम की स्पेलिंग गलत हो गई। रिजल्ट आने के बाद ही उन्होंने नाम को सुधारने के लिए आवेदन किया। अब तक दो साल हो चुके हैं, लेकिन अभी भी मार्कशीट में सुधार नहीं हो पाया है। उनके अभिभावक ने बताया कि आवेदन देने के बाद से पंडरिया से रायपुर कार्यालय कई आर जा चुके हैं, लेकिन अभी तक रिजल्ट में सुधार नहीं हो पाया है। आवेदन देने के बाद जब 6 माह बाद गया तो जहां से पावती लिया था आवेदन वहीं पड़ा हुआ था। जाने के बाद उसे आगे बढ़ाया गया। कुछ दिन पहले एक कर्मचारी से बात हुई तो उन्होंने बताया कि अभी 6 माह और लग सकते हैं। वही एक कर्मचारी से कॉल पर बात हुई तो उन्होंने मेरा नंबर ही ब्लॉक कर दिया। दो साल से सुधार न होने के कारण काफी परेशानी हो रही है।
मार्कशीट में सुधार के पुराने मामले में टेबुलेशन रजिस्टर खोजने में वक्त लगता है। वही मध्यप्रदेश के समय की मार्कशीट की जानकारी हमारे पास नहीं है। इन्हीं सब कारणों से मार्कशीट में सुधार में समय लग जाता है।
-पुष्पा साहू, सचिव, माध्यमिक शिक्षा मंडल
जिस किसी भी छात्र की मार्कशीट में त्रुटि है, तो उसे शिक्षा मंडल की वेबसाइट से आवेदन करना होता है। जिसमें उसे लॉगिन करने के बाद शपथ पत्र, सभी मार्कशीट की सत्यापित प्रति भी संलग्न करनी होगी। साथ ही पहचान पत्र, दाखिला खारिज जैसे कई कागजात जमा करने होते हैं। आवेदन स्वीकार होने के बाद नई मार्कशीट तैयार कर दी जाती है। इसमें कुछ तय शुल्क भी लिया जाता है।
Published on:
06 Nov 2025 02:26 pm
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