मंगलमूर्ति अभिजीत मुहूर्त में आरती, पूजन के साथ घरों से लेकर पूजा पंडालों और झांकियों में स्थापित किए जाएंगे। फिर 10 दिन तक गणेशोत्सव की धूम रहेगी। सभी विघ्नों को हरने वाले प्रथमदेव गणेशोत्सव की झांकियों को आकर्षक ढंग से सजाने और आसपास लाइटिंग करने में उत्सव समितियां जुटी हुई हैं। सोमवार से बाजेगाजे से मूर्तियों को लाने का सिलसिला भी शुरू हो गया। शहर में 500 से अधिक जगह पूजा पंडाल और झांकियों को अंतिम आकार दिया जा रहा है, जहां गणेश उत्सव की धूम रहेगी।
महामाया मंदिर के पंडित मनोज शुक्ल के अनुसार भाद्रपद शुक्लपक्ष की चतुर्थी 27 अगस्त को है। इसी दिन बाल गंगाधर तिलक ने गणेशोत्सव की शुरुआत की थी। तब से यह उत्सव मनाने की परंपरा शुरू हुई है। इस बार बुधवार को गणपति स्थापना के लिए पूरा दिन शुभ है लेकिन अतिशुभ समय सुबह 11.05 बजे से दोपहर 1.40 बजे तक है। चूंकि गणेश स्वयं विघ्न विनाशक हैं इसलिए उनकी स्थापना में मुहूर्त कोई विशेष महत्त्व नहीं रखता है।
कारोबार के लिए विशेष फलदायी
गणेश उत्सव से त्योहारी सीजन का भी प्रारंभ होता है। इस बार गणेश स्थापना के समय सुखद संयोग बन रहा है। 22 साल बाद दिन बुधवार, प्रीति योग, सर्वार्थ सिद्धि योग के साथ ही सूर्य (रवि) के साथ इंद्र-ब्रह्म योग कल्याणकारी है। कर्क राशि में बुध और शुक्र का संयोग बनने से लक्ष्मी-नारायण योग बन रहा है, जो समृद्धि, धन और पारिवारिक जीवन के सुख का प्रतीक है । सोना-चांदी के जेवर से लेकर गाड़ी, मोटर, मकान, जमीन की खरीदारी फलदायी होगी।
शंकराचार्य आश्रम के स्वामी इंदुभवानांद तीर्थ महाराज के अनुसार चंद्र दर्शन वर्जित माना गया है। चतुर्थी के दिन चंद्रमा को देखने से मिथ्या कलंक या झूठे आरोप का संयोग होता है, इसलिए शास्त्रों में चंद्र दर्शन न करने की सलाह दी गई है।
श्रीगणेश चतुर्थी 26 अगस्त, पर्युषण पर्व का अंतिम दिवस 27 अगस्त और इसी दिन गणेश चतुर्थी है। इसलिए निगम क्षेत्र में मांस - मटन विक्रय पूर्ण प्रतिबंधित का आदेश जारी किया गया है। महापौर मीनल चौबे के निर्देश निगम आयुक्त ने होटलों, बाजारों में मांस-मटन विक्रय करने पर जब्ती की कार्रवाई करने सभी जोन कमिश्नरों को निर्देशित किया है।
Published on:
26 Aug 2025 12:43 am