पुलिस का उल्टा चश्मा : यात्री बसों में माल ढोने वालों पर नरमी, बाकी पर दिखा रहे सख्ती
रायपुर के भाठागांव बस स्टैंड में टूरिज्म बस और बीच रास्ते में सवारी बैठाने वाली यात्री बसों के खिलाफ ट्रैफिक पुलिस ने कार्रवाई की, लेकिन यात्री बसों में भारी माल ढोने वाले रसूखदारों पर नरमी बरत रही है। उनके खिलाफ किसी तरह की कार्रवाई नहीं की। परिवहन विभाग भी मूकदर्शक बना है। कुछ दिन पहले ही राजधानी में नक्सलियों के अर्बन नेटवर्क का खुलासा हुआ है। रमेश और उसकी पत्नी को एसआईए की टीम ने चंगोराभाठा से पकड़ा था।
सूत्रों के मुताबिक दोनों जंगल के नक्सलियों के लिए राशन व जरूरत की अन्य चीजें कुछ यात्री बसों के जरिए पहुंचाते थे। बस्तर की ओर चलने वाली कुछ यात्री बसों में सामान लोड कर देते थे। सामान को बस्तर पहुंचने पर उनके साथी उतार लेते थे। यात्री बसों में नक्सली अपनी जरूरत की कई चीजों की बेखौफ सप्लाई करते हैं। इसका खुलासा कई बार हो चुका है। इसके बावजूद आरटीओ और पुलिस ऐसे बस संचालकों के खिलाफ किसी तरह की कार्रवाई नहीं करती है। न ही समय-समय पर चेकिंग करती है। बस स्टैंड में रोड लाखों का माल यात्री बसों के ऊपर लाद कर दूसरे शहरों में भेजा जाता है। इससे बस के अनियंत्रित होने का खतरा रहता है।
आरटीओ और पुलिस की अनदेखी के चलते यात्री बसों में सोने-चांदी की तस्करी के अलावा गांजा और नकली पनीर का बेखौफ परिवहन किया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि यात्री बसों में केवल सवारी और उनके सामान्य लगेज ही ले जा सकते हैं, लेकिन कई बस वाले व्यवसायिक पार्सल भी ढो रहे हैं। इससे बस संचालकों की अधिक कमाई होती है। बस स्टैंड में 900 से अधिक यात्री बसें चलती हैं।
बस स्टैंड से भाठागांव चौक तक और रिंग रोड-1 के किनारे अवैध पार्किंग करने वाली 676 यात्री बसों के खिलाफ ट्रैफिक पुलिस ने कार्रवाई की। टूरिज्म बसों को भी बस स्टैंड से संचालित किया जा रहा था, जबकि इसकी अनुमति नहीं थी। उनके खिलाफ भी कार्रवाई की गई। इसी तरह कहीं भी बस रोककर सवारी बैठाने वालों के खिलाफ भी कार्रवाई की गई है।
Published on:
12 Oct 2025 12:44 am
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