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अस्पतालों में बिना ‘आभा ID’ के नहीं होगा इलाज, चाहिए होगी 14 अंकों की संख्या

MP News: आभा आईडी बनाना बेहद आसान है। अस्पताल जाने से पहले किसी भी असुविधा से बचने इसे खुद ही आसानी से बनाया जा सकता है।

फोटो सोर्स: पत्रिका
फोटो सोर्स: पत्रिका

MP News: सरकारी अस्पतालों में अब किसी भी तरह की जांच कराने के लिए आभा आईडी होना जरूरी है। एक जुलाई से इसे इसे अनिवार्य कर दिया गया है। पहले यह स्वैच्छिक थी, लेकिन अब ब्लड टेस्ट सहित अन्य जांचें बिना आभा आईडी के संभव नहीं हैं। सिविल अस्पताल ब्यावरा समेत जिलेभर के सभी सरकारी अस्पतालों में आने वाले हर मरीज की आईडी बनाई जा रही है। फिलहाल ओपीडी पर्चे पर आईडी जरूरी नहीं की गई है।

अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि ऐसा करने से पर्चा बनाने की प्रक्रिया धीमी हो जाएगी। हालांकि जांच से पहले आभा आईडी अनिवार्य है। लैब टेक्नीशियन लखन धाकड़ के अनुसार, बिना आईडी मशीनें मरीज का डाटा स्वीकार ही नहीं कर रहीं। एक साथ बड़ी संक्या में आईडी बनने से सर्वर की समस्या भी सामने आ रही है।

क्या है आभा आईडी

आभा आईडी (आयुष्मान भारत स्वास्थ्य खाता) 14 अंकों की यूनिक संख्या है। इसके जरिए मरीज अपने मेडिकल रिकॉर्ड डिजिटल रूप से सुरक्षित रख सकता है और देशभर के स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं के साथ साझा कर सकता है। इससे इलाज बेहतर होता है और सरकारी योजनाओं का लाभ आसानी से मिल पाता है।

कैसे बनाएं आभा आईडी

आभा आईडी बनाना बेहद आसान है। अस्पताल जाने से पहले किसी भी असुविधा से बचने इसे खुद ही आसानी से बनाया जा सकता है। आसान चार चरणों में अपनी आईडी बनाएं। प्ले स्टोर से आभा एप डाउनलोड करें, लॉगिन करें /आधार से अकाउंट बराए पर क्लिक करें, आधार नंबर डालकर ’ओटीपी प्राप्त करें’ पर क्लिक करें, मोबाइल पर आए 6 अंकों का ओटीपी डालकर ‘वेरीफाई’ करें।

टीम आईडी बना रही

आभा आईडी हर मरीज के लिए एक जुलाई से अनिवार्य कर दी है। हमारी टीम अस्पताल में मरीजों की आईडी बना रही है। देशभर में एक साथ काम होने से सर्वर में थोड़ी दिक्कत आ रही है, लेकिन आईडी बनने के बाद मरीज की पूर्व की रिपोर्ट भी इसी आईडी से ओपन हो जाया करेंगी। - डॉ. जलालुद्दीन, सीबीएमओ ब्यावरा


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