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Bank Fraud: एक्सिस बैंक के खाताधारकों के करोड़ों रुपए डूबे! कर्मचारी ने ही ग्राहकों को लगाया चूना

Fraud News: शाखा के प्रबंधक रिंकू सिंह ने थाने में शिकायत दर्ज कराई। बताया कि बैंक के ही कर्मचारी ने ग्राहकों के एक करोड़ से अधिक की राशि की धोखाधड़ी की है...

Bank fraud news
50 से अधिक खाताधारकों के करोड़ों रुपए डूबे ( Photo - Patrika )

Bank Fraud News: एक्सिस बैंक के एक कर्मचारी ने अपने ही बैंक के खाताधारकों के साथ करोड़ों रुपए की ठगी की है। पुलिस ने आरोपी आरोपी उमेश गोरले अपने पत्नी उषा गोरले को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे डाल दिया है। इधर 50 से ​अधिक खाताधारकों के करोड़ों रुपए डूब गए हैं। वहीं रुपए वापसी को लेकर खाताधारक परेशान है। ( CG News) शाख प्रबंधक रिंकू सिंह भी मामले से बच रहे हैं। बता दें कि शुरुआत में तो बैंक छह ग्राहकों के साथ हुई ठगी मान रहा था। वही अब तक 52 से अधिक शिकायतकर्ता सामने आ चुके हैं।

Fraud News: पीड़ितों ने बताई आप बीती, कुछ तो रो पड़े

ऐसे ही एक पीड़ित से पत्रिका टीम ने चर्चा कर सच्चाई जानने का प्रयास किया। बैंक के कर्मचारियों के द्वारा मानवता को दरकिनार कर आरोपी के द्वारा मां के खाते में रकम डाल कर करोड़ों रुपए हजम किया गया है। टिकरापारा निवासी जनपद से रिटायर्ड सचिव के पुत्र ने बताया कि उसके पापा ने अपने जीवन भर की कमाई के पैसे को बड़े व छोटे बेटों में बांट दिया था। छोटे भाई के नाम से मैक्स लाइफ इंश्योरेंस कि एक व दो लाख की दो पॉलिसी करवाई गई। जिसमें 3 वर्षों में 9 लाख जमा करना था। पापा व भाई ने इन पैसों को जमा भी कर दिया।

वापसी की प्रक्रिया नहीं बता रहे

इन खाताधारकों के करीब पांच करोड़ रुपए की राशि बैंक के कर्मचारियों के द्वारा ही हजम कर ली गई। वहीं प्रकरण के 16 दिन बीत जाने के बाद भी बैंक प्रबंधन के द्वारा अब तक किसी भी ग्राहकों को यह लिखित रूप में रकम वापसी की प्रक्रिया की जानकारी नहीं दी गई है। वहीं बैंक प्रबंधन द्वारा धोखाधड़ी के मामले में अपना पक्ष भी नही रखा गया है। इसके अलावा अन्य ग्राहकों के जमा रकम कितने सुरक्षित हैं। इसकी भी जानकारी नहीं दी जा रही है। ऐसे में ग्राहकों का सब्र का बांध भी टूटने लगा है। जिन ग्राहकों ने अपने जीवन की पूरी कमाई खो दी है।

एफडी कराई गई थी

बेलगांव के पास 8 नवंबर को सड़क हादसे में छोटे भाई की मृत्यु हो गई। मैक्स लाइफ इंश्योरेंस की तरफ से हमें 30 लाख रूपए मैच्योरिटी के रूप में मिला था। बड़े भाई ने बताया कि बहू व दो पुत्र व पुत्री होने के कारण बीमा से मिली पूरी राशि को जनवरी 2025 को बैंक में ही लंबे समय के लिए एफडी करा दी थी। भाई के छोटे बच्चों की भविष्य में किसी भी प्रकार कि आर्थिक तंगी ना हो। 19000 रूपए प्रति माह ब्याज भी मिलना शुरू हो गया था।

ब्याज आना हो गया बंद

आरोपी उमेश गोरले द्वारा मार्च के अंतिम समय में उसके पिता को बैंक बुलाया गया और बहाना करके उसके बुजुर्ग पिता से एक ओटीपी मांग लिया गया और एक ओटी अकाउंट खोल कर एफडी से 85 प्रतिशत के करीब 25 लख रुपए लोन स्वरूप निकाल कर आरोपी के द्वारा अपने मां के खाते में यह राशि जमा कर लिया गया। जिससे मार्च के बाद हमें हर महीना ब्याज 19000 रूपए आना बंद हो गया।