महतारी एक्सप्रेस से शराब तस्करी (Photo Patrika)
CG News: गर्भवती महिलाओं व नवजात शिशुओं को इमरजेंसी में अस्पताल पहुंचाने के लिए सरकार ने महतारी एक्सप्रेस 102 एबुलेंस की सेवा दी है, पर अब इस वाहन का इस्तेमाल शराब की तस्करी में होने लगा है। छुरिया थाना की पुलिस टीम ने रविवार रात को घेराबंदी कर महतारी एक्सप्रेस वाहन क्रमांक सीजी 07 एके3015 को कब्जे में लिया। वाहन में 16 पेटी महाराष्ट्र निर्मित शराब जब्त की गई है। आरोपी ड्राइवर इन्द्र कुमार उर्फ राहुल पिता मानिक साहू उम्र 25 वर्ष निवासी कल्लुटोला (साल्हेटोला) को गिरफ्तार कर लिया गया है।
पूछताछ में खुलासा हुआ कि ड्राइवर का एक साथी डायल 102 में डिलीवरी केस को लेकर फर्जी कॉल करता था। इस कॉल के बाद केस रिसीव करने के लिए संबंधित वाहन चालक तक मैजेस पहुंचता था। ऐसे फर्जी कॉल के माध्यम से ड्राइवर छत्तीसगढ़ के सीमावर्ती गांव खेड़ेपार तक जाता था। यहां डिलीवरी केस रिसीव करने की बजाए महाराष्ट्र की शराब को वाहन में डंप कर गहिराभेड़ी की पहाड़ी पर छोड़ देता था।
इस जगह पर एक कोचिया शराब को उठा ले जाता था। इस तरह तस्करों ने 102 डायल में कॉल कर फर्जी केस देकर तस्करी को अंजाम दे रहे थे। पुलिस को लगातार शिकायत मिल रही थी कि महतारी एक्सप्रेस में शराब की तस्करी हो रही है।
रविवार को भी मुखबिर से सूचना मिली कि महतारी एक्सप्रेस का वाहन चालक शराब की खेप लेने महाराष्ट्र बॉर्डर गया है। इसके बाद छुरिया थाना प्रभारी उपनिरीक्षक ओम साहू ने टीम को अलर्ट किया। वहीं घेराबंदी के लिए ११२ की टीम की भी मदद ली गई।
सीएमएचओ डॉ. नेतराम नवरतन ने बताया कि जिले में महतारी एक्सप्रेस एबुलेंस का संचालन जय अबे कंपनी की ओर से किया जा रहा है। खबर मिली है कि उक्त ड्राइवर बिना कोई कॉल के वाहन लेकर गया था। इस संबंध में राज्य कार्यालय को सूचना दी गई है।
महतारी एक्सप्रेस वाहन में शराब तस्करी पकड़े जाने के बाद मामले की तह तक जांच करने की मांग कर पूर्व विधायक छन्नी साहू ने छुरिया थाना के सामने धरना दिया। छन्नी ने कहा कि दुर्भाग्यजनक है कि महतारी एक्सप्रेस जैसे वाहन में शराब तस्करी हो रही है। यह सब अफसरों के संरक्षण में हो रहा है। कहा कि महतारी एक्सप्रेस को सर्विलांस में रहता है फिर बॉर्डर तक कैसे आवाजाही हो रही है। इसकी जांच की जाए और तस्कर गिरोह का खुलासा हो।
बहनी गांव के समीप महतारी एक्सप्रेस का पीछा किया गया। ११२ की टीम आगे निकली और सामने से घेर लिया। रात को अंधेरा होने की वजह से वाहन में सवार एक आरोपी भाग खड़ा हुआ। ड्राइवर पकड़ में आ गया। पुलिस ने शराब के साथ वाहन जब्ती की। आरोपी से पूछताछ करने पर खुलासा हुआ कि एक कोचिए के कहने पर वह शराब लेने महाराष्ट्र बॉर्डर जाता था।
एक खेप के बदले 2000 रुपए मिलते थे। यह भी खुलासा हुआ कि तस्करी के लिए फर्जी कॉल कराने की वजह से ड्राइवर अपने साथ विभाग के सहयोगी को नहीं ले जाता था। यह बात सामने आई कि आरोपी ने दूसरी बार यह गलती की है, पर पुलिस जांच कर रही है कि इन आरोपियों के तार कहां तक जुड़े हुए हैं।
आरोपी महाराष्ट्र बॉर्डर से शराब लाते थे। इसलिए छत्तीसगढ़ के सीमावर्ती गांव खेड़ेपार में डिलीवरी केस होने का हवाला देकर १०२ में कॉल किया जाता था। आरोपी इसके लिए अपने एक मित्र की मदद लेता था। सहयोगी साल्हेटोला का रहने वाला है।
Updated on:
30 Sept 2025 01:53 pm
Published on:
30 Sept 2025 01:52 pm
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