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नाथद्वारा व्यापारियों का दो घंटे का बंद, मंदिर मंडल की किरायेदारी नीतियों में सुधार की मांग

श्रीनाथ व्यापार संघ से जुड़े नाथद्वारा के व्यापारियों ने बुधवार को अपने दुकान और प्रतिष्ठान दो घंटे बंद रखकर सरकार और मंदिर मंडल प्रशासन को किरायेदारी नीतियों में सुधार की चेतावनी दी।

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Nathdwara Market Closed

Nathdwara Market Closed

नाथद्वारा. श्रीनाथ व्यापार संघ से जुड़े नाथद्वारा के व्यापारियों ने बुधवार को अपने दुकान और प्रतिष्ठान दो घंटे बंद रखकर सरकार और मंदिर मंडल प्रशासन को किरायेदारी नीतियों में सुधार की चेतावनी दी। इस अवसर पर व्यापारी बैनर और तख्तियां लेकर नगर की सड़कों पर जुलूस निकालते हुए अपनी लंबित मांगों को जोरदार ढंग से प्रस्तुत करते दिखे। व्यापारियों का यह प्रदर्शन दोपहर 1 बजे से 3 बजे तक चला। श्रीनाथ व्यापार संघ के अध्यक्ष मांगीलाल राठी, सचिव तिलकेश सोनी, संरक्षक मूरलीधर भाटिया, नवनीत सोनी, अर्जुन लावटी और गणेश पालीवाल के नेतृत्व में व्यापारी नगर के चौपाटी, देहली बाजार, बड़ा बाजार, नया बाजार, मंदिर मार्ग सहित अन्य व्यस्त बाजारों में एकजुट होकर निकले।

मंदिर मंडल को सौंपा ज्ञापन

व्यापारी जुलूस के रूप में श्रीनाथजी मंदिर मंडल कार्यालय परिसर पहुंचे, जहां उन्होंने कार्यवाहक सीईओ रक्षा पारीक को अनेक सूत्रीय ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में व्यापारियों ने बताया कि मंदिर मंडल की किरायेदारी नीति में पारदर्शिता की कमी और वित्तीय बोझ बढ़ाने वाले नियम व्यापारियों के लिए असहनीय हो गए हैं।

मुख्य बिंदु इस प्रकार हैं:

  • प्रत्येक तीन वर्ष में 15 प्रतिशत किराया वृद्धि करना अनुचित है, जबकि पहले यह दर केवल 5 प्रतिशत थी।
  • दुकान नामांतरण, फर्म परिवर्तन या उत्तराधिकार के मामलों में 35 से 50 प्रतिशत तक भेंट राशि और किराया वृद्धि वसूली जा रही है।
  • निर्माण परिवर्तन की अनुमति में देरी और अधिक सुपरविजन चार्ज व्यापारियों पर अतिरिक्त बोझ डाल रहे हैं।
  • विस्थापित दुकानदारों को वैकल्पिक स्थान न मिलना व्यापार को प्रभावित कर रहा है।
  • नाथद्वारा बाजार के आसपास सड़कें, पार्किंग और सुरक्षा संबंधी समस्याएं श्रद्धालुओं और व्यापार दोनों के लिए संकट का कारण बन रही हैं।

व्यापारी संघ ने स्पष्ट किया कि किराया निर्धारण बाजार की वास्तविक स्थिति के अनुरूप होना चाहिए और किसी भी किरायेदार के निधन पर उत्तराधिकार के आधार पर नामांतरण तुरंत किया जाए।

व्यापारी चेतावनी: समाधान न मिला तो आंदोलन होगा

व्यापारी संघ ने यह चेतावनी भी दी कि यदि मंदिर मंडल प्रशासन उनकी मांगों पर त्वरित कार्रवाई नहीं करता है, तो वे वृहद आंदोलन और संघर्ष के लिए तैयार हैं। व्यापारी संघ के अध्यक्ष मांगीलाल राठी ने कहा कि हमारा उद्देश्य केवल विरोध नहीं है, बल्कि व्यापारियों और श्रद्धालुओं के लिए बेहतर व्यवस्थाएं सुनिश्चित करना है। यदि प्रशासन हमारी समस्याओं और सुझावों को गंभीरता से नहीं लेता है, तो हम व्यापक आंदोलन करेंगे।

स्थानीय अर्थव्यवस्था पर प्रभाव

नाथद्वारा में सीमित व्यावसायिक अवसर और मंदिर मंडल द्वारा उच्च किराया वृद्धि ने छोटे और मझोले व्यवसायियों पर भारी प्रभाव डाला है। दो घंटे के बंद होने से यह स्पष्ट संदेश गया कि व्यापारी भी आर्थिक और प्रशासनिक नियमों के प्रति संवेदनशील हैं और अपनी आवाज़ उठाने के लिए एकजुट हैं। स्थानीय व्यापार विशेषज्ञ बताते हैं कि यदि मंदिर मंडल की नीतियों में समय रहते सुधार नहीं हुआ, तो आगामी वर्षों में नाथद्वारा में छोटे व्यवसायों की स्थिति और कमजोर हो सकती है, जो पर्यटन और धार्मिक दर्शन पर भी असर डाल सकती है।

नगर में जागरूकता और संगठन की भूमिका

व्यापारी संघ ने इस अवसर पर जनसंपर्क और जागरूकता अभियान भी चलाया। बैनर और तख्तियों के माध्यम से उन्होंने नगरवासियों और श्रद्धालुओं को बताया कि व्यापारी केवल अपने अधिकारों के लिए नहीं, बल्कि सार्वजनिक हित में भी आवाज़ उठा रहे हैं। सचिव तिलकेश सोनी ने कहा कि हम चाहते हैं कि मंदिर मंडल प्रशासन पारदर्शी और व्यावहारिक नीति अपनाए, जिससे न केवल व्यापारियों को राहत मिले, बल्कि श्रद्धालुओं को भी सुविधा और संतोषजनक अनुभव प्राप्त हो।

संघ की प्रमुख मांगें संक्षेप में

  • किराया वृद्धि दर में संशोधन: तीन वर्ष में 15% बढ़ोतरी की बजाय वास्तविक आर्थिक स्थिति के अनुसार वृद्धि।
  • दुकान नामांतरण और फर्म परिवर्तन में सरल प्रक्रिया।
  • भेंट राशि और अतिरिक्त शुल्क में पारदर्शिता।
  • निर्माण परिवर्तन में अनुमति शीघ्रता।
  • विस्थापित दुकानदारों को वैकल्पिक स्थान।
  • सड़क, पार्किंग और सुरक्षा व्यवस्थाओं में सुधार।
  • उत्तराधिकार के आधार पर नामांतरण तत्काल।