
Chanakya Niti : चाणक्य नीति के 5 अचूक मंत्र : (फोटो सोर्स: Patrika Design Team)
Chanakya Niti Tips: हर व्यक्ति जीवन में सफलता हासिल करना चाहता है, लेकिन कर नहीं पाता। इसका सबसे बड़ा कारण अनुशासन की कमी और दिनचर्या में सुधार न करना होता है। सभी चाहते हैं कि उनका डेली रुटिन सुधरे, लेकिन इस दिशा में जब वे प्रयास करते हैं..तो निराशा हाथ लगती है। इसी समस्या से निपटने के लिए आज हम आचार्य चाणक्य के वे सूत्र आपके लिए लाए हैं, जिन्हें जीवन में उतारकर आप मनचाहा लक्ष्य हासिल कर सकते हैं।
चाणक्य को कौटिल्य और विष्णुगुप्त के नाम से भी पहचाना जाता है। वह प्राचीन भारतीय राजनेता, कुशल अर्थशास्त्री और प्रभावी दार्शनिक थे। उन्होंने अपने गाइडेंस से चंद्रगुप्त मौर्य को राजा बनवाया। मौर्य साम्राज्य की स्थापना में अहम रोल निभाया। उनकी जीवन सूत्र, चाणक्य नीति के नाम से आज देश-विदेश में मशहूर हैं। उनके तरीके आज भी जीवन को बेहत ढंग से जीने में मदद करते हैं। इसका कारण ये है कि चाणक्य ने जीवन जीने का व्यावहारिक रास्ता बताया है, कि व्यक्ति को कैसे नेतृत्व, व्यवहार, धन प्रबंधन और जीवन के संघर्षों से निपटना है। उनकी नीति में हर उम्र और महिला, पुरुष, बच्चे, बुजुर्ग हर वर्ग के लिए सलाह दी गईं हैं।
चाणक्य के सख्त नियम समय के साथ और भी असरदार होते गए। तेजी से बदलते युग में भी इन्हें अपनाकर, आप दिनचर्या को बेहतर बना सकते हैं और कामयाबी हासिल कर सकते हैं।
चाणक्य के अनुसार, जो व्यक्ति सुबह सूर्योदय से पहले उठ कर दिन की शुरुआत करता है, उसकी ऊर्जा, मनोबल और निर्णय शक्ति काफी बढ़ जाती है। सुबह का समय मन को शांत करता है। इस वक्त विचार अच्छे आते हैं। ऐसे में सही योजना बनाना काफी आसान हो जाता है।
चाणक्य कहते हैं, आलस से बड़ा कोई दुश्मन नहीं होता। जो काम आज संभव है, उसे कल पर टालना आपको कभी आगे नहीं बढ़ने देता। आपकी दिनचर्या में छोटे-छोटे लक्ष्य बनाएं। पहले कम टारगेट से शुरुआत करें, फिर उनको फॉलो करने की आदत होने के बाद ज्यादा और बड़े गोल सेट करें। उन्हें पूरा करने की आदत डालते ही आपको कामयाब होने से कोई नहीं रोक पाएगा।
चाणक्य बताते हैं कि, ज्ञान व्यक्ति की सबसे बड़ी संपत्ति होती है। आपको हर दिन कुछ नया जरुर सीखना चाहिए। इसके लिए आपको किताबें पढ़ना, तथ्य जानना और अनुभव से सीखते रहना चाहिए। हर परिस्थिति में सीखने के लिए हमेशा तैयार रहने वाला सफल जरुर होता है। काबिल व्यक्ति हर स्थिति में अपना मुुकाम पा ही लेता है।
चाणक्य बताते हैं, समय ही सबसे अच्छा शिक्षक होता है। जो व्यक्ति वक्त की कद्र करता है, वक्त उसकी कद्र करता है। ऐसा व्यक्ति कभी पीछे नहीं रहता। इसके लिए एक सूत्र अपनाएं। दिन को तीन हिस्सों में बांटिए। काम, विश्राम और सिखना। इन तीनों चीजों के संतुलन से आप हर लक्ष्य पा सकते हैं।
चाणक्य कहते हैं कि, व्यक्ति एक दिन वही बन जाता है, जैसी संगति में वह रहता है। अच्छे, मेहनती, बुद्धिमान और सकारात्मक लोगों के साथ रहने से व्यक्ति की सोच और व्यवहार को ऊंची और नई उड़ान मिलती है। गलत संगति आपको नेगेटिव विचारों से भर सकती है।
चाणक्य के इन 5 नियमों को दिनचर्या में शामिल कर व्यक्ति अनुशासित बन सकता है। अनुशासन का पालन, लगातार प्रयास करने और धैर्य रखकर ही बड़े लक्ष्यों को पाया जा सकता है।
Published on:
03 Dec 2025 03:50 pm
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