बीना. बांदरी थानांतर्गत रजवांस में एक व्यक्ति की मारपीट के बाद इलाज के दौरान मौत हो गई, जिसका शव परिजनों ने फोरलाइन पर शव रखकर रविवार की दोपहर जाम लगा दिया, जो करीब छह घंटे तक रहा। मृतक के परिजन एफआरआर में आरोपियों के नाम बढ़ाने, परिवार को आर्थिक सहायता देने, नौकरी देने आदि मांगों पर अड़े थे। आश्वासन के बाद जाम खुल सका।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार दामोदर पिता रामस्वरूप सेन (32), जो शराब दुकान के पास श्यामा घोषी की दुकान पर काम करता था। 5 अगस्त को रुपयों के विवाद को लेकर दामोदर के साथ श्यामा ने मारपीट की थी, जिसे इलाज के लिए बीएमसी में भर्ती किया था और 9 अगस्त की रात इलाज के दौरान मौत हो गई। इसके बाद रविवार की दोपहर 2 बजे फोरलाइन पर परिजनों ने शव रखकर जाम लगा दिया। खुरई एसडीएम मनोज चौरसिया, एसडीओपी, थाना प्रभारी बांदरी, खुरई आदि पहुंचे थे और परिजनों को समझाइश दी, लेकिन वह कुछ सुनने तैयार नहीं थे। परिजन दो करोड़ की आर्थिक सहायता, नौकरी, एफआरइआर में अन्य लोगों के नाम जोडऩे सहित अन्य मांगों पर अड़े थे। रात करीब 8 बजे अधिकारियों के आश्वासन के बाद जाम खुल सका। इस दौरान हाइवे पर दोनों तरफ तीन-तीन किलोमीटर तक लंबा जाम लग था, जिससे वाहन चालक परेशान होते रहे।
पूर्व मंत्री ने भी की थी परिजनों से चर्चा
पूर्व मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने वहां से निकलते समय परिजनों से चर्चा की थी और आश्वासन दिया था, लेकिन फिर भी परिजनों ने सडक़ से शव नहीं हटाया और जाम लगाए रहे।
भाई का आरोप पत्थर पटक-पटक कर मारा
मृतक के भाई भगवतशरण सेन ने बताया कि शराब दुकान के बाजू से बड़ा भाई और आरोपी साथ में दुकान चलाते थे। विवाद होने पर श्यामा ने पत्थर पटक-पटक कर मारा था, जिससे वह बेहोश हो गए थे। इसके बाद आरोपी के परिवार के अन्य लोगों ने पहुंचकर भी मारपीट की थी। भाई का अस्पताल में ऑपरेशन हुआ था और फिर मौत हो गई। पुलिस ने पांच दिन में कोई गिरफ्तारी नहीं की है। वह इंसाफ चाहते हैं और मृतक की बच्चियों का भविष्य सुरक्षित किया जाए।
जांच के बाद करेंगे मामला दर्ज
आरोपी श्यामा घोषी के खिलाफ घटना के दिन ही मारपीट का मामला दर्ज कर लिया था। मृतक के परिजन अन्य लोगों पर भी आरोप लगा रहे हैं। मामले की जांच और बयानों के आधार पर आगे कार्रवाई की जाएगी।
सुमेर सिंह जगेत, थाना प्रभारी, बांदरी
Published on:
11 Aug 2025 11:58 am