
- 28 राज्यों के विद्यार्थियों ने दिखाया पढ़ाई में रूझान, यूजी और पीजी की 90 प्रतिशत सीटें फुल
सागर . डॉ. हरिसिंह गौर ने सागर विश्वविद्यालय की स्थापना के साथ इसे कैंब्रिज और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की तरह बनाने का सपना देखा गया था। विश्वविद्यालय इस दिशा में मजबूती से आगे बढ़े, इसके लिए उन्होंने इसकी स्थापना के समय से ही ऐसे विषय शामिल व शुरू किए, जो देश के अन्य शैक्षणिक संस्थानों में या तो थे ही नहीं, या फिर कहीं पर थे, तो ऐसे सिर्फ चुनिंदा संस्थानों थे। अपराधशास्त्र, एप्लाइड जियोलॉजी, केमिस्ट्री, फिजिक्स, गणित, जूलॉजी, बॉटनी जैसे विभाग उन्होंने इसकी स्थापना के साथ ही शुरू कर दिए थे। इतना ही नहीं कला संकाय के इतिहास, अर्थशास्त्र, हिंदी, अंग्रेजी, संस्कृत, समाज विज्ञान सहित 17 पाठ्यक्रम उन्होंने स्थापना के समय ही शुरू कर दिए थे। वह देश-दुनिया में सबकुछ देख चुके थे। इसका नतीजा यह है कि डॉ. हरिसिंह गौर विवि में 37 विभाग संचालित हो रहे हैं। इस वर्ष इन विभागों में शोधार्थी विद्यार्थियों की संख्या 614 है।
विवि में सत्र 2025-26 में संचालित विभिन्न पाठ्यक्रमों में देश के 28 राज्यों के 3681 विद्यार्थियों ने प्रवेश लिया है। 37 विभागों में 614 विद्यार्थी शोध कार्य भी कर रहे हैं। यूजी में 2389 और पीजी में 1285 दाखिला लिया है। इसमें से सबसे ज्यादा मप्र के विद्यार्थी हैं। स्नातक, स्नातकोत्तर एवं डिप्लोमा पाठ्यक्रमों में विद्यार्थियों का प्रवेश हुआ है। इस वर्ष मप्र के साथ उत्तर प्रदेश, बिहार, केरल, उड़ीसा, झारखंड और छत्तीसगढ़ के विद्यार्थियों ने ज्यादा प्रवेश लिए है। विवि में संचालित प्रोफेशनल पाठ्यक्रमों जैसे बीसीए, बीएफए की तरफ भी विद्यार्थियों की रूचि बड़ी है। कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग तथा इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग पाठ्यक्रमों में विद्यार्थियों ने ज्यादा रूचि दिखाई है।
प्रवेश प्रकोष्ठ से प्राप्त जानकारी के अनुसार बी-फार्मा, एमएससी फोरेंसिक साइंस, एलएलबी, एलएलएम पाठ्यक्रमों की सभी सीटें भर गई हैं। इसके अलावा एप्लाइड जियोलोजी, बॉटनी, भौतिक शास्त्र, रसायन विज्ञान, राजनीतिशास्त्र, अपराध शास्त्र, एमलिब, हिन्दी, अंग्रेजी, इतिहास, संगीत जैसे विषयों में भी रिकॉर्ड सीटों पर प्रवेश हुआ है। वहीं नवीन पाठ्यक्रमों में पत्रकारिता के स्नातक पाठ्यक्रम में सबसे ज्यादा प्रवेश हुए हैं।
विभाग की संख्या - 37
शोधार्थी विद्यार्थियों की संख्या - 614
यूजी - 2389
पीजी - 1285
पीजी डिप्लोमा - 07
कुल - 3681
Published on:
14 Nov 2025 11:04 pm
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