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बेशर्म व्यवस्था… गड्ढों में चलना होगा, टोल भी देना होगा

बीना-मालथौन मार्ग पर 38 किलोमीटर में दो टोल पर वसूली, दुर्घटनाओं से भी नहीं ले रहे सबक

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Shameless system... you will have to walk in potholes and also pay toll.

सड़क की स्थिति

बीना. बीना-मालथौन रोड पर वाहन चालकों से बाकायदा टैक्स तो वसूला जा रहा है, लेकिन सुविधाओं के नाम पर हालात बेहद खराब हैं। इस मार्ग पर जगह-जगह गहरे गड्ढों हो गए हैं, जिनसे आए दिन वाहन चालक गिरकर चोटिल हो रहे हैं। दो माह पहले कांग्रेस ने इस लचर व्यवस्था के खिलाफ बसाहरी टोल पर प्रदर्शन भी किया था। उस समय अधिकारियों ने सुधार का आश्वासन दिया था, लेकिन आज तक स्थिति जस की तस बनी हुई है।

यात्रियों का कहना है कि सड़क पर हर कदम पर गड्ढे मिलते हैं, जिससे सफर बेहद खतरनाक हो गया है। बरसात के बाद

हालात और भी बिगड़ गए हैं। गड्ढों में पानी भरने से वाहन चालक संतुलन खो बैठते हैं और कई बार गंभीर हादसे भी हो चुके हैं। लोगों का आरोप है कि टोल टैक्स लेने वाली कंपनी केवल वसूली पर ध्यान दे रही है। सड़क सुधार, नियमित मरम्मत या एंबुलेंस जैसी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने की दिशा में कोई कदम नहीं उठाए गए हैं। हालत यह है कि अगर इस रास्ते पर किसी का एक्सीडेंट हो जाए, तो उसे नजदीकी अस्पताल तक पहुंचाने के लिए टोल पर कोई एंबुलेंस तक मौजूद नहीं रहती। बीना से खिमलासा तक तो फिर भी कुछ राहत रहती है लेकिन खिमलासा से मालथौन तक हालात इतने खराब है कि बीस किलोमीटर के सफर में लोगों को एक घंटे से ज्यादा का समय लग रहा है। इस मार्ग पर सड़क हादसे भी सबसे ज्यादा होते हैं।

जानकारी न होने पर लोग दो जगह दे देते हैं टोल

मालथौन से बीना आने व बीना से मालथौन जाते समय जिन लोगों को जानकारी नहीं होती है वह लोग दोनों जगह पर टोल दे देते हैं। टोल वसूलने वालों का कहना है गढ़ौली में चैक पोस्ट खोली गई है, जहां पर केवल यह देखा जाता है कि कोई व्यक्ति बिना टोल टैक्स दिए तो नहीं निकला है।

राशि वसूलने व गड्ढे न भरने से लोगों में आक्रोश

लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि इस मार्ग पर तत्काल गड्ढों की मरम्मत कराई जाए और टोल टैक्स की राशि का उपयोग सड़क व यात्रियों की सुरक्षा पर किया जाए। साथ ही टोल पर एंबुलेंस व आवश्यक सुविधाएं सुनिश्चित की जाएं। लोगों का कहना है कि जब तक व्यवस्थाएं नहीं सुधरतीं, तब तक टोल वसूली पर रोक लगाई जानी चाहिए।