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इंग्लिश मीडियम में पढ़ाने के लिए ही नहीं है शिक्षक, हिंदी में पढ़ रहे बच्चे

संभाग के एक्सीलेंस स्कूलों के ये हाल….निजी स्कूलों की तर्ज पर शुरु किए गए थे स्कूल सागर. संभाग के एक्सीलेंस स्कूलों में निजी स्कूलों की तर्ज पर पढ़ाई कराने के लिए इंग्लिश मीडियम की शुरुआत हुई थी, लेकिन वर्षों बाद भी अंग्रेजी माध्यम के शिक्षकों की नियुक्ति नहीं हुई। नतीजा यह है कि इंग्लिश मीडियम […]

सागर

Nitin Sadaphal

Aug 08, 2025

स्कूल 
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संभाग के एक्सीलेंस स्कूलों के ये हाल....निजी स्कूलों की तर्ज पर शुरु किए गए थे स्कूल

सागर. संभाग के एक्सीलेंस स्कूलों में निजी स्कूलों की तर्ज पर पढ़ाई कराने के लिए इंग्लिश मीडियम की शुरुआत हुई थी, लेकिन वर्षों बाद भी अंग्रेजी माध्यम के शिक्षकों की नियुक्ति नहीं हुई। नतीजा यह है कि इंग्लिश मीडियम में एडमिशन लेने वाले विद्यार्थियों को हिंदी में ही पढ़ाई कराई जा रही है। नए सत्र में विद्यार्थियों ने यहां अंग्रेजी मीडियम में दाखिला लिया है, लेकिन पढ़ाने के लिए शिक्षक नहीं है। संभाग के सभी उत्कृष्ट विद्यालयों में माध्यमिक शाला तक अंग्रेजी माध्यम से पढ़ाई बंद है।

अंग्रेजी के विद्यार्थी हिंदी में पढ़ रहे

सागर के एक्सीलेंस स्कूल स्कूल में 9 वीं में 60 व 11 वीं में 60 विद्यार्थियों के दाखिले नए सत्र में हो गए हैं। स्कूल के प्राचार्य सुधीर तिवारी का कहना है कि जिन शिक्षकों की अंग्रेजी है उनसे कक्षाएं संचालित कराएंगे। स्कूल में करीब 3 शिक्षक सीबीएसई से बोर्ड से पढ़े हुए हैं, वे अंग्रेजी माध्यम के बच्चों की क्लास लेंगे। अंग्रेजी माध्यम के शिक्षकों की शासन से नियुक्ति नहीं हुई है। शासन के निर्देशानुसार अंग्रेजी माध्यम में छात्र-छात्राओं के एडमिशन लिए गए हैं। शासन स्तर से ही अंग्रेजी माध्यम के शिक्षक की पदस्थापना नहीं हुई है। स्कूल स्तर पर उपलब्ध शिक्षकों के जरिए दोनों माध्यम के बच्चों को पढ़ाने की व्यवस्था की गई है।

टीकमगढ़: 100 से ज्यादा छात्र हिंदी में पढ़ रहे

टीकमगढ़ जिले के एक्सीलेंस स्कूल में भी अंग्रेजी पढ़ाने के लिए शिक्षक नहीं है। यहां वर्ष इंग्लिश मीडियम में विद्यार्थियों के दाखिले होते हैं, लेकिन इन्हें हिंदी के शिक्षक ही पढ़ाते हैं। शासकीय उत्कृष्ट प्राचार्य डॉ. सुनील श्रीवास्तव ने बताया कि कक्षा 9 वीं से 12 वीं तक की कक्षाओं में छात्रों की संख्या 1200 के करीब है और 50 के करीब शिक्षक पदस्थ है। इस वर्ष अंग्रेजी माध्यम से पढऩे के लिए 100 से ज्यादा छात्र-छात्राओं ने दाखिले लिए। स्कूल में इंग्लिश मीडियम के विद्यार्थियों को पढ़ाने के लिए कोई भी शिक्षक पदस्थ नहीं है। जो शिक्षक पहले से पदस्थ है, वही पढ़ाया जा रहा है।

छतरपुर: इंग्लिश मीडियम में प्रवेश नहीं दिया जा रहा

छतरपुर के नौगांव नगर में इकलौते इंग्लिश मीडियम मॉडल स्कूल को प्रशासन ने जबरन सांदीपनि सीएम राइज स्कूल में मर्ज कर दिया। मर्जर के बाद अब कक्षा 6 वीं के बच्चों को इंग्लिश मीडियम में प्रवेश नहीं दिया जा रहा है। अभिभावकों ने बताया कि मर्जिंग के बाद बच्चों को कहा जा रहा है कि कक्षा 6 वीं में केवल हिंदी मीडियम में पढ़ाई होगी। अभिभावक सोमकर तिवारी, अमिता सक्सेना और अखिलेश ओमरे अपने बच्चों दिव्यांशी तिवारी, अमोली खरे और निकुंज ओमरे ने इसकी शिकायत भी की है। स्कूल के 391 बच्चों को को जबरन मर्ज किए गए स्कूल में भेजा गया है और अब मनमाने नियमों से पढ़ाई कराई जा रही है। हमारे बच्चे अप्रेल से इंग्लिश मीडियम में पढ़ाई कर रहे हैं। अचानक कहा जा रहा है कि अब हिंदी मीडियम में पढऩा होगा।

100 छात्रों तक तीन शिक्षकों की होनी थी नियुक्ति

अंग्रेजी माध्यम से कक्षाओं को संचालित करने के लिए 100 छात्रों तक तीन शिक्षक की नियुक्ति होनी थी। जिले में प्रत्येक विकासखंड से एक स्कूल का चयन किया था। इनमें इसके लिए अंग्रेजी माध्यम से पढ़ाई करना अनिवार्य रखा गया था। स्कूलों को अंग्रेजी माध्यम से पढ़ाने शिक्षक नहीं नहीं मिले।

शासन के निर्देशानुसार एक्सीलेंस स्कूल में अंग्रेजी माध्यम के शिक्षकों की नियुक्ति होगी। यह निर्णय शासन स्तर से लिया जाएगा।
-एम कुमार, संयुक्त संचालक, लोक शिक्षण