UP News : सांसद इमरान मसूद के होली खेलने पर देवबंदी उलेमाओं ने एतराज जताया है। यह अलग बात है कि उलेमाओं ने इस पर कोई कठोर टिप्पणी नहीं की लेकिन ये कह दिया कि, चाहे कोई भी हो सभी को शरीयत की हद में रहना चाहिए। यानी साफ है कि उलेमाओं को सांसद इमरान मसूद का होली खेलना अखरा है। सहारनपुर सांसद इमरान मसूद ने होली खेलकर एकता और भाईचारे का संदेश देने की कोशिश की थी लेकिन उनका ये कदम चर्चाओं में आ गया। सांसद के होली खेलने पर नाराजगी जताते हुए उलेमाओं ने कहा कि भाईचारा मजबूत करने के और भी तरीके हो सकते हैं इसके लिए इस्लामिक रिवायतों को छोड़ना जरूरी नहीं। शरीयत की हद में रहकर भी भाईचारे का संदेश दिया जा सकता है।
इस्लामिल शिक्षा के केंद्र देवबंद के उलेमाओं ने सांसद इमरान मसूद को सलाह दी है कि वो अल्लाह से तौबा करें। उलेमाओं ने कहा कि सांसद इमरान मसूद भाईचारे का संदेश देना चाहते हैं उनका यह इरादा तो ठीक है लेकिन उन्होंने जिस तरीके से ये संदेश दिया है वह तरीका ठीक नहीं है। उलेमाओं ने कहा कि, इस्लाम मजहब किसी भी मुसलमान को अन्य मजहब के धार्मिक कार्यक्रमों में शामिल होने या शिरकत करने की इजाजत नहीं देता। कारी इस्हाक़ गोरा ने कहा कि शरीयत ने हमें यानी मुस्लिमों के कुछ दायरे दिए हैं, उनमे रहना आवश्यक है।
देवबंद दारुल उलूम के ऑनलाइन फतवा विभाग के प्रमुख मुफ्ती अरशद फारुकी ने भी सांसद इमरान मसूद के होली खेलने पर ऐतराज जताया है। उन्होंने कहा है कि, इस्लाम इसकी इजाजत नहीं देता है। उलेमाओं के इन बयानों पर इमरान मसूद ने कहा है कि लो उलेमाओं को किसी तरह का कोई जवाब देने के लिए बाध्य नहीं है। वह अपने अल्लाह के प्रति जवाब देह हैं और वह इस बारे में अल्लाह को जवाब देंगे। इतना नहीं इमरान मसूद ये भी कहा कि हमारा काम सियासत करना है हमें सियासत करने दीजिए उलेमाओं का काम सियासत करना नहीं है इसलिए वो सियासत ना करें।
Updated on:
16 Mar 2025 10:58 pm
Published on:
16 Mar 2025 10:55 pm