संजीव जाट की ग्राउंड रिपोर्ट
Heavy Rain And Flood Effect : कांपते हाथ, ठिठुरता बदन, आंखों में लाचारी और बेबसी लिए बारिश के कहर से गिरे मकान और फैली हुई गृहस्थी के बीच अपने नौनिहालों की ओर कातर दृष्टि लगाए पथराई आंखों से ऊपर वाले की ओर हाथ उठाकर प्रार्थना करते हुए ग्रामीण बोली है कि है अयतपालक परमात्मा अब तो रहम कर दे। ये हालात है मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले के अंतर्गत आने वाले बदरवास विकासखंड के ग्राम बासखेड़ा और रेंजा, दौलतपुर, घूरवार आदि ग्रामीण क्षेत्रों की। यहां भारी बारिश से आई बाढ़ के बाद हालात बेहद खराब हैं।
जिले तिलातीली ग्राम पंचायत में स्थित ग्राम बासखेड़ा में शत-प्रतिशत बस्ती बासखेड़ा में है, जिसकी कुल आबादी 600 है। गांव में 135 परिवार रहते हैं, जो सभी वर्गों से आते हैं। लगातार जारी बारिश के दौर ने गांव को हालात को अत्यंत दयनीय कर दिए हैं। सिंध नदी के किनारे बसे इन गावों के हालात जानने पत्रिका की पहुंची और यहां के हालातों को प्रभावित क्षेत्रों तक पहुंचकर देखा तो यहां का मंजर बेहद चिंतनीय और बेबसी-लाचारी भयावह उदाहरण था. 135 घर-परिवार वाली ग्राम बासखेड़ा में सभी वर्गो की बस्ती है, जिसमें आदिवासी, जाटव, यादव समाज की संख्या ज्यादा है। बस्ती के जमीनी हालात ये हैं कि, यहां लगभग सभी घर बारिश में ध्वस्थ हो चुके हैं।
देश में धनाढ्यों को तो पीएम आवास मिल गए लेकिन गरीब और जरूरत बंद लोगो को पिए। आवास एक भी कुटीर स्वीकृत नहीं हुए हैं ग्राम के लल्लीराम यादव ने बताया ने कर अपनी पीड़ा को वर्या करते हुए बताया कि हमारे घर बारिश के कारण गिर गिर गए है और हमारा हो भी समान था वह गया है अब भूखे पेट समय काटना मुश्किल हो यहा है इसके आलावा खुले आसमान के नीचे परिवार के साथ गुजर बसर हो रहा है
बदरवास जनपद पंचायत की ग्राम पंचायत तिलातिली के ग्राम बासखेड़ा जो की सिंध नदी से लगा हुआ है। अचानक पानी के कहर के चलते ग्राम बांसखेड़ा में आधा सैकड़ा से ज्यादा घर बारिश में गिर गए, जिससे उक्त मकान में निवास रात परिवार अब खुले आसमान की नीचे जीवन यापन करने को मजबूर हैं। इसके अतिरिक्त उनकी रोज उपयोग में आने वाली सामग्री भी इस बारिश में बर्बाद हो गई। अब उक्त परिवार प्रशासन की ओर टकटकी लगाए देख रहे हैं।
बदरवास के भाजपा मंडल अध्यक्ष, कल्याण सिंह यादव का कहना है कि, प्राकृतिक आपदा के कारण ग्राम बासखेड़ा समेंत सिंध नदी से लगे ग्रामों में बहुत नुकसान हुआ है। इसी के चलते मेरे द्धारा प्रशासन और क्षेत्रीय विधायक के संज्ञान में लाकर हर संभव मदद की जाएगी। क्योंकि, इस भयावह आपदा के दौरान खुद कमर तक पानी में बासखेड़ा समेत आधा दर्जन ग्रामों का दौरा किया है।
मामले को लेकर कोलारस एसडीएम अनूप श्रीवास्तव का कहना है कि, टीम गांव-गांव जाकर सर्वे कर रही है। उसकी रिपोर्ट आने के बाद शासन को भेज दी जाएगी और उसी आधार पर राहत राशि हितग्राही के खाते में आएगी।
Published on:
07 Aug 2025 02:27 pm