सीकर (जीणमाता): रैवासा में आयोजित नौ दिवसीय सियपिय मिलन कार्यक्रम में सोमवार को योग गुरु बाबा रामदेव ने शिरकत की। इस दौरान उन्होंने संतों से संवाद किया। बाबा रामदेव ने दान की महिमा को कई उदाहरणों के जरिए बताया।
उन्होंने कहा कि मुस्लिम धर्म के लोग अब तकनीकी काम भी करने लग गए हैं। एक सौ और एक हजार रुपए कमाने वाला हर मुसलमान उस मजदूरी से 6 फीसदी हिस्सा पहले ही निकाल लेता है।
बाबा रामदेव ने कहा, मुसलमान कहता है कि इस मेरा अधिकार नहीं है और लोग 1 प्रतिशत दान देने पर भी कहते हैं महाराज हम तो पहले ही गरीब हैं। उन्होंने कहा, जो दान नहीं देते हैं वो गरीब के गरीब ही रहेंगे, शास्त्र में लिखा है। जो अमीर दान नहीं करते हैं, वो गरीब होने वाले हैं।
जानकीनाथ बड़ा मंदिर ट्रस्ट के सचिव आशीष तिवाड़ी ने बताया कि मंगलवार को संत सम्मेलन में बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री आएंगे। इस दौरान वे संतों से मुलाकात कर दरबार भी लगाएंगे।
बाबा रामदेव ने कहा कि मेरी दिनचर्या सुबह 3 बजे शुरू होती है। फिर हम अपना व्यक्तिगत ध्यान शुरू करते हैं। साधु-संत, महात्मा को कम से कम 80 साल तक दौड़ते रहना चाहिए। रामदेव ने कहा कि जब मैं 100 साल का हो जाऊंगा तो समय आगे बढ़ाऊंगा। हम 60 के बाद अपने आप को बुजुर्ग मानने लग जाते हैं, लेकिन 60 के बाद तो जीने का आनंद आता है।
Updated on:
19 Aug 2025 11:12 am
Published on:
19 Aug 2025 10:31 am