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राहत: सड़क हादसों के मरीजों को मिलेगा ट्रोमा में हाइटेक इलाज

 मेडिकल कॉलेज के अधीन कल्याण अस्पताल के ट्रोमा यूनिट में सड़क हादसों में घायल गंभीर मरीजों को अब जयपुर नहीं जाना पड़ेगा। निजी अस्पतालों से प्रतिस्पर्धा को लेकर सीकर के ट्रोमा सेंटर में अब न्यूरो, प्लास्टिक और आर्थो सर्जरी के अत्याधुनिक उपकरण खरीदे जाएंगे।

सीकर. मेडिकल कॉलेज के अधीन कल्याण अस्पताल के ट्रोमा यूनिट में सड़क हादसों में घायल गंभीर मरीजों को अब जयपुर नहीं जाना पड़ेगा। निजी अस्पतालों से प्रतिस्पर्धा को लेकर सीकर के ट्रोमा सेंटर में अब न्यूरो, प्लास्टिक और आर्थो सर्जरी के अत्याधुनिक उपकरण खरीदे जाएंगे। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई ) की ओर से दिए गए बजट से अत्याधुनिक सर्जरी और जीवन रक्षक उपकरणों की खरीद की जाएगी। इससे सड़क हादसों में गंभीर रूप से घायल मरीजों का इलाज यहीं मुमकिन हो सकेगा। राहत की बात है कि अस्पताल में दो न्यूरो सर्जन, एक प्लास्टिक सर्जन और ऑर्थोपेडिक सर्जन मौजूद हैं, लेकिन आधुनिक उपकरणों की कमी के कारण कई बार गंभीर मरीजों को रेफर करना पड़ता है। उपकरण आने के बाद इन विशेषज्ञों की सेवाओं का पूरा लाभ मरीजों को यहीं मिलेगा। वहीं प्रबंधन की ओर से नए अस्पताल के भवन में गंभीर मरीजों की जान बचाने के लिए न्यूरो का आधुनिक आईसीयू खोला जाएगा। एनएचआई ने कुछ समय पहले कल्याण अस्पताल को सड़क हादसों में कमी लाने के लिए न्यूरो सर्जरी के उपकरणों की खरीद के लिए बजट जारी किया था।

गोल्डन ऑवर बचाएगा मरीजों की जान

विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार किसी भी हादसों में घायल मरीज घटना के बाद करीब दो घंटे तक अस्पताल पहुंच जाता है तो मरीज की जान को बचाया जा सकता है लेकिन कई जिलों की जयपुर से ज्यादा दूरी होने के कारण मरीज तय समय सीमा में अस्पताल तक नहीं पहुंच पाता है। जिससे मरीज की जान नहीं बच पाती है। सरकारी अस्पताल में ही यह सुविधा मिलने से मरीज व परिजन पर पर भारी आर्थिक बोझ नहीं आएगा। कल्याण अस्पताल की ट्रोमा यूनिट में न्यूरो सर्जरी होने से गंभीर मरीज को फौरन उपचार मिल सकेगा

फायदा: घटेगा रैफरल

सीकर जयपुर और बीकानेर के बीच स्थित होने से कल्याण अस्पताल में उपचार के लिए झुंझुनूं, चूरू और नागौर जैसे पड़ोसी जिलों से ुभी सड़क हादसे के मरीज आते हैं। ट्रोमा में आधुनिक सर्जरी की सुविधा नहीं होने से मरीज को रेफर ही किया जाता है। सर्जरी के नए उपकरण आने से अस्पताल से रेफरल में 80 फीसदी कमी आने का अनुमान है।

मरीजों को होगा लाभ

कल्याण अस्पताल की ट्रोमा यूनिट के लिए अलग से उपकरणों की खरीद के बाद सीकर का ट्रोमा सेंटर सड़क हादसे के शिकार मरीजों के लिए और ज्यादा फायदेमंद बन जाएगा। हमारा यह प्रयास मरीजों की जान बचाने में अहम भूमिका निभाएगा।

डॉ. केके अग्रवाल, अधीक्षक कल्याण अस्पताल