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वजन घटाने के लिए घर का बना खाना और कम प्रोसेस्ड चीज़ें सबसे असरदार: स्टडी

स्टडी के लेखक और Ultra-Processed People नामक किताब के लेखक प्रो. क्रिस वैन टुलकेन ने कहा कि यह नतीजे दर्शाते हैं कि मोटापे से निपटने के लिए सरकार को अब नीति बदलनी चाहिए।

जयपुर। एक नई स्टडी में यह पाया गया है कि अगर लोग घर पर कम प्रोसेसिंग वाला खाना खुद बनाकर खाएं, तो उनका वजन ज़्यादा तेजी से घट सकता है। वहीं अगर वे तैयार पैकेज्ड या ज़्यादा प्रोसेस्ड (Ultra Processed) खाना खाते हैं, तो वजन कम करने में उतनी सफलता नहीं मिलती — भले ही दोनों तरह के खाने में पोषण बराबर हो।

कैसे की गई स्टडी?
स्टडी में दो तरह के डाइट दिए गए — एक में ज़्यादा प्रोसेस्ड चीज़ें थीं जैसे रेडीमेड लसग्ना और ब्रेकफास्ट बार, जबकि दूसरे में कम प्रोसेस्ड खाने थे जैसे दूध में भीगे ओट्स, दही और घर का बना स्पेगेटी बोलोग्नीज़।
आठ हफ्तों के बाद पाया गया कि कम प्रोसेस्ड खाने वाले प्रतिभागियों का वजन दोगुना ज़्यादा घटा।

क्या बोले स्टडी के लेखक?
स्टडी के लेखक और Ultra-Processed People नामक किताब के लेखक प्रो. क्रिस वैन टुलकेन ने कहा कि यह नतीजे दर्शाते हैं कि मोटापे से निपटने के लिए सरकार को अब नीति बदलनी चाहिए। उन्होंने कहा कि केवल व्यक्ति की जिम्मेदारी पर ज़ोर देना ठीक नहीं, बल्कि यह समझना ज़रूरी है कि बहुराष्ट्रीय कंपनियां किस तरह से हमारे खानपान के माहौल को बिगाड़ रही हैं।

क्या फर्क दिखा?

अल्ट्रा प्रोसेस्ड खाने वालों ने औसतन 120 कैलोरी कम लीं और वजन का 1% घटाया
कम प्रोसेस्ड खाने वालों ने 290 कैलोरी कम लीं और वजन का 2% घटाया (ज़्यादातर चर्बी कम हुई)

एक साल के हिसाब से देखें तो यह पुरुषों के लिए 13% और महिलाओं के लिए 9% वजन कम होने जैसा असर दे सकता है।

UPF (Ultra Processed Food) क्या होता है?
ऐसे खाद्य पदार्थ जो काफ़ी ज्यादा प्रोसेस किए गए हों, जिनमें घर के खाने में इस्तेमाल न होने वाली चीजें डाली गई हों — जैसे कि आर्टिफिशियल फ्लेवर, प्रिज0र्वेटिव्स और इमल्सिफायर।

कम प्रोसेस्ड फूड क्या होता है?
ऐसे खाद्य जो प्राकृतिक रूप के क़रीब हों — जैसे फल, सब्जियां, साबुत अनाज, दूध, दही, मांस, मछली आदि।

और क्या बताया गया?

-लोगों को कम प्रोसेस्ड डाइट पर cravings यानी खाने की तलब कम महसूस हुई।
-स्टडी में सुझाव दिया गया कि सरकार चेतावनी लेबल, विज्ञापन पर रोक और हेल्दी फूड पर सब्सिडी जैसे उपायों से जनता को जागरूक करे।
-महंगाई के कारण लोग सस्ते लेकिन अनहेल्दी खाने की ओर झुकते हैं — इस पर भी ध्यान देने की ज़रूरत है।
-एनएचएस (ब्रिटेन की स्वास्थ्य सेवा) को चाहिए कि जो लोग वजन घटाने के कोर्स या दवाओं के बाद सामान्य जीवन में लौटें, उन्हें गाइडेंस और नियमित चेकअप दे ताकि वजन दोबारा न बढ़े।