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Ganja smuggling : शेखावाटी बना नया हॉटस्पॉट, ओडिसा-असम से पहुंच रहा, हरियाणा-दिल्ली तक सक्रिय नेटवर्क

गांजा ओडिसा और असम के जंगलों से तस्करी कर झुंझुनूं लाया जा रहा था। यहां से इसे शेखावाटी को ट्रांजिट पॉइंट बनाकर हरियाणा समेत आसपास के राज्यों में खपाया जाता था। पुलिस अब इस सप्लाई चैन, फंडिंग और नेटवर्क के लिंक खंगालने में जुटी है।

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शेखावाटी अंचल इन दिनों गांजा तस्करी के नए हॉटस्पॉट के रूप में उभर रहा है। पिछले कुछ वर्षों में जिले में नशे का अवैध कारोबार तेजी से फैल रहा है और हालात यह हैं कि पुलिस एक वर्ष में एक दर्जन से अधिक बार गांजा पकड़ चुकी है। तस्कर झुंझुनूं और आसपास के इलाकों को सुरक्षित कॉरिडोर समझकर हरियाणा, दिल्ली व अन्य राज्यों तक सप्लाई चेन खड़ी कर चुके हैं।

8 क्विंटल 17.95 किलो गांजे की बड़ी खेप जब्त

तीन नवंबर को डीएसटी और उदयपुरवाटी थाना पुलिस ने झुंझुनूं-सीकर सीमा पर होदयाकांकड़ की ढाणी के पास बड़ी कार्रवाई करते हुए एक कंटेनर से 8 क्विंटल 17.95 किलो गांजा बरामद किया। अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमत करीब चार करोड़ रुपए आंकी जा रही है। कंटेनर की छत में अलग से बनाए गए गुप्त कम्पार्टमेंट में गांजा पैक कर ले जाया जा रहा था। चालक संतोषजनक जवाब नहीं दे सका, जिसके बाद पुलिस ने आरोपी सुरेंद्र कुमार (निवासी उदयपुरवाटी) को गिरफ्तार किया। कंटेनर और माल को एनडीपीएस एक्ट में जब्त कर मामला दर्ज किया गया है।

ओडिसा-असम से झुंझुनूं तक सप्लाई चेन

पुलिस की जांच-पड़ताल में सामने आया कि पकड़ा गया गांजा ओडिसा और असम के जंगलों से तस्करी कर झुंझुनूं लाया जा रहा था। यहां से इसे शेखावाटी को ट्रांजिट पॉइंट बनाकर हरियाणा समेत आसपास के राज्यों में खपाया जाता था। पुलिस अब इस सप्लाई चैन, फंडिंग और नेटवर्क के लिंक खंगालने में जुटी है।

दो महीने में दूसरी बड़ी कार्रवाई

इससे पहले 3 अक्टूबर को मंडावरा के पास दिल्ली हाईवे पर ताल स्टैंड से एक अन्य कंटेनर में 10 क्विंटल 14 किलो गांजा पकड़ा गया था। यह गांजा उड़ीसा से झुंझुनूं पहुंचा था। पुलिस ने मामले में गोविंदपुरा निवासी सुभाष गुर्जर व निमावास, दातारामगढ़ निवासी प्रमोद गुर्जर को गिरफ्तार किया था। तस्करी का तरीका भी कंटेनर में गुप्त केबिन बनाकर उसमें छिपाकर लाया गया था। इसकी बाजार में पांच करोड़ रुपए कीमत थी। संयोग से दोनों बड़ी बरामदगियाँ महीने की 3 तारीख को ही सामने आईं। इसके बावजूद पुलिस उस नेटवर्क की जड़ तक नहीं पहुंच पाई है, जो इन दोनों खेपों को संचालित कर रहा है। अब पकड़े गए गांजे की कीमत करीब तीन करोड़ रुपए थी। इससे पहले पुलिस ने 29 जुलाई 2025 को चिड़ावा थानाक्षेत्र 46.9 किलो गांजा जब्त जीप जब्त की थी। पचेरी कलां थानाक्षेत्र में नागालैंड से आ रही 31.5 किलो गांजा की खेप बरामद की थी। सूरजगढ़ थानाक्षेत्र में 22.5 किलो गांजा बरामद कर दो को गिरफ्तार किया गया था। पिलानी थाना क्षेत्र में छोटे सप्लाई मामलों में 500 ग्राम के साथ स्थानीय सप्लायर पकड़े थे। इसके अलावा जिले के अनेक स्थानों पर कम मात्रा में गांजा पकड़ने के दर्जनों मामले हैं।

गांवों तक सप्लाई की आशंका

लगातार मिल रही भारी खेपों से यह संदेह गहरा रहा है कि इतनी मात्रा में गांजा सिर्फ ट्रांजिट के लिए नहीं, बल्कि झुंझुनूं व आसपास के गांवों में भी नशे की सप्लाई तेजी से फैल रही है। युवाओं में बढ़ती लत को लेकर परिवार व समाज भी चिंता जता रहा है।

नशामुक्त झुंझुनूं की दिशा में बड़ा कदम

बड़ी मात्रा में गांजा तस्करी की दो बड़ी कार्रवाई जिले को नशामुक्त बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। पूछताछ के आधार पर अंतरराज्यीय और अंतरराष्ट्रीय गिरोह के अन्य सदस्यों तक जल्द पहुंचेंगे।

बृजेश ज्योति उपाध्याय, एसपी झुंझुनूं