श्रीगंगानगर.मुख्यमंत्री के श्रीगंगानगर दौरे से पहले गुरुवार को गंगनहर परियोजना कार्यालय में किसान नेताओं ने नहरी क्षेत्र की समस्याओं पर गंभीर चर्चा की। जीकेएसके के प्रदेशाध्यक्ष रणजीत सिंह राजू, गंगनगर परियोजना के चेयरमैन हरविंदर सिंह गिल, महासचिव संतवीर सिंह और जिलाध्यक्ष रामकुमार सहारण ने कहा कि गंगानगर-हनुमानगढ़ के किसान वर्षों से जिन चुनौतियों से जूझ रहे हैं, अब उनका समाधान लिए के बिना नहीं रुकेंगे। चर्चा के बाद 12 प्रमुख मुद्दों पर आधारित विस्तृत मांग पत्र सरकार तक पहुंचाया जाएगा। प्रतिनिधियों ने जनवरी-फरवरी में नहर बंदी को किसान विरोधी बताया। वैकल्पिक व्यवस्था के बिना इस अवधि में बंदी से किसानों को नुकसान होगा। ऐसे में नहर बंदी 15 मार्च के बाद ली जाए।
आरडी 45 से गंगानगर तक नहर का पुनर्निर्माण किया जाए
चेयरमैन हरविंदर सिंह गिल ने रेगुलेशन उप समिति की अनदेखी पर नाराजगी जताई। कहा समिति सर्वसम्मति से निर्णय लेती है,लेकिन विभाग निर्णय बदल देता है। यही कारण है कि अधिकांश जनप्रतिनिधि इस्तीफे देने को मजबूर हुए। नेताओं ने कहा कि फिरोजपुर फीडर के साथ आरडी 45 से गंगानगर तक नहर का पुनर्निर्माण भी एक साथ किया जाए, ताकि किसानों को दोहरी बंदी और दो बार होने वाली परेशानी न झेलनी पड़े।महासचिव संतवीर सिंह ने डिग्गी निर्माण के लिए विशेष पैकेज देने की मांग उठाई। डीएपी व यूरिया की कमी और लंबी लाइनों से किसानों को हो रही तकलीफ पर भी चिंता जताई। वक्ताओं ने समर्थन मूल्य खरीद सीमा कम होने, मूंग खरीद में विलंब, फसल बीमा में भ्रष्टाचार जैसे मुद्दों पर भी कड़ा रुख अपनाया। नेताओं ने कहा किसानों की समस्याओं का समाधान होना चाहिए।