श्रीगंगानगर.जिले में रबी सीजन इस बार रफ्तार पकड़ रहा है। अच्छी बरसात और बढ़े हुए उत्पादन लक्ष्य के बीच किसान पूरे जोश के साथ खेतों में जुटे हुए हैं। जिले में अब तक 5.82 लाख हैक्टेयर में बुवाई पूरी हो चुकी है, जो कुल लक्ष्य का 79 प्रतिशत है। गेहूं और जौ की बुवाई तेज चल रही है, वहीं सरसों, चना और अगेती गेहूं की सिंचाई के साथ यूरिया-डीएपी की मांग भी बढ़ी हुई है। विभाग पर्याप्त स्टॉक होने का दावा कर रहा है, लेकिन किसानों की जरूरत लगातार बढ़ रही हैं। कृषि विभाग के मुताबिक, जिले में 4,933 मीट्रिक टन टन और 7,814 मीट्रिक टन यूरिया उपलब्ध है। डीएपी के लिए नेशनल फर्टिलाइजर का 1100 मीट्रिक टन और चंबल फर्टिलाइजर्स का 1655 मीट्रिक टन का रैक लग चुका है । यूरिया के लिए रॉयल केमिकल के 1555 मीट्रिक टन, इफ्को के 2000 मीट्रिक टन और सूरतगढ़ में श्रीराम फर्टिलाइजर के 1000 मीट्रिक टन के रैक की सप्लाई चालू है।
एक बार में पांच बैग यूरिया
संयुक्त निदेशक कृषि विस्तार डॉ.सतीश कुमार शर्मा ने बताया कि किसान यूरिया का उपयोग फसल की आवश्यकता के अनुसार करें और अनावश्यक खरीद-भंडारण से बचें। उर्वरक विक्रेताओं को भी राशनिंग सिस्टम के तहत आधार और भू-स्वामित्व रिकॉर्ड पर एक किसान को एक बार में अधिकतम 5 बैग देने के निर्देश दिए गए हैं।
कंट्रोल रूम सक्रिय
रबी सीजन 2025-26 में उर्वरकों की उपलब्धता एवं वितरण के लिए जिला स्तर पर कंट्रोल रूम बनाया गया है। किसान शिकायत या जानकारी के लिए प्रभारी सुरजीत कुमार (सहायक निदेशक कृषि कार्यालय) के मोबाइल पर 98289-91028 पर संपर्क कर सकते हैं।