
सुपरवाइजर की प्रताड़ना से आंबा कार्यकर्ताओं में आक्रोश (photo source- Patrika)
Chhattisgarh News: सुकमा जिले में महिला एवं बाल विकास विभाग की आंगनबाड़ी सुपरवाइजर सरोज कुंवर पर कार्यकर्ताओं ने अभद्र व्यवहार, धमकी और मानसिक प्रताड़ना के गंभीर आरोप लगाए हैं। कार्यकर्ताओं का कहना है कि सुपरवाइजर की लगातार बदसलूकी और दबाव के कारण एक आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की हृदयाघात से मौत हो गई, जबकि एक अन्य कार्यकर्ता ने नौकरी छोड़ दी।
मामले की शिकायत पर छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग की सदस्य अधिवक्ता दीपिका शोरी ने सत रुख अपनाया। गुरुवार को उन्होंने जिला कार्यक्रम अधिकारी शिवदास नेताम के कार्यालय पहुंचकर जांच और कार्यवाही के निर्देश दिए।
दीपिका शोरी ने कहा- राज्य सरकार महिलाओं की सुरक्षा, समान और समान अवसर के प्रति प्रतिबद्ध है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता समाज की रीढ़ हैं - वे मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य, पोषण और जागरूकता का काम करती हैं। ऐसे में उनके साथ किसी भी प्रकार की प्रताड़ना निंदनीय और अस्वीकार्य है। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि यदि जांच में आरोप सत्य पाए गए, तो दोषियों पर कड़ी अनुशासनात्मक कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
राज्य महिला आयोग सदस्य दीपिका शोरी ने कहा कि महिला कर्मियों के साथ दुर्व्यवहार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने अधिकारियों से पूछा- जब इतने गंभीर आरोपों की शिकायतें 10 दिन पहले दी जा चुकी हैं, तो अब तक जांच और कार्रवाई में देरी क्यों? उन्होंने जिला कार्यक्रम अधिकारी को निर्देशित किया कि पूरे प्रकरण की निष्पक्ष जांच कर 7 दिनों के भीतर रिपोर्ट प्रस्तुत की जाए और इसकी प्रति आयोग को भी भेजी जाए।
Chhattisgarh News: कार्यक्रम अधिकारी कार्यालय में बड़ी संख्या में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाएं उपस्थित रहीं। उन्होंने आयोग सदस्य को बताया कि सुपरवाइजर सरोज कुंवर दोरनापाल और डुब्बाटोटा सेक्टर की कार्यकर्ताओं के साथ अभद्र भाषा, अपमानजनक व्यवहार और धमकी का प्रयोग करती हैं। उनका कहना था कि इस कारण विभागीय वातावरण दूषित हो गया है और कई कार्यकर्ता मानसिक रूप से टूट चुकी हैं। एक कार्यकर्ता ने आत्महत्या का प्रयास किया, एक ने नौकरी छोड़ी और कार्यकर्ता मुन्नी की हृदयाघात से मौत हो गई।
शिवदास नेताम, जिला कार्यक्रम अधिकारी, सुकमा: आज मेरे कार्यालय में छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग की सदस्य दीपिका शोरी के साथ बड़ी संख्या में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिकाएं पहुंचीं। उन्होंने हमारी एक सुपरवाइजर के विरुद्ध गंभीर शिकायत की है। मामले की निष्पक्ष जांच कराई जाएगी, और यदि आरोप सही पाए गए तो दंडात्मक कार्रवाई निश्चित रूप से होगी।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं ने कार्यक्रम अधिकारी को ज्ञापन सौंपा, जिसमें सुपरवाइजर सरोज कुंवर को तत्काल पद से हटाने की मांग की गई। ज्ञापन में यह भी कहा गया कि यदि विभागीय कार्रवाई में विलंब हुआ, तो वे सामूहिक रूप से आंदोलन करने को मजबूर होंगी।
Updated on:
31 Oct 2025 12:21 pm
Published on:
31 Oct 2025 12:20 pm
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